India News (इंडिया न्यूज़), Sachin Pilot, जयपुर: राजस्थान का सियासी संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले राज्य के कद्दावर नेता सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के मामले पर एक दिन का उपवास किया था उस पर पार्टी ने सचिन पायलट को नोटिस थामा दिया। इस नोटिस पर अब पायलट का भी बयान आया है।
- 11 अप्रैल को दिया था धरना
- यह पार्टी विरोधी नहीं
- हर कोई जानता है क्यों विरोध हो रहा
नोटिस पर उन्होंने कहा कि मैंने बयान देखा। मैं थोड़ा हैरान था क्योंकि हर कोई जानता था कि मैं विरोध क्यों कर रहा हूं। मेरा मानना है कि बीजेपी और वसुंधरा राजे के दौरान हुई भ्रष्टाचार के खिलाफ सवाल उठाना पार्टी विरोधी नहीं है…”
गहन जांच होनी चाहिए
राजस्थान के मंत्री महेश जोशी को खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि जांच होनी चाहिए। हर किसी के अलग-अलग नैतिक मानक होते हैं – कौन इस्तीफा देता है या इस्तीफा नहीं देता है, मुख्यमंत्री किसका इस्तीफा लेता है या नहीं लेता है, यह उन पर निर्भर करता है। मामले की गहन जांच होनी चाहिए और अगर कोई दोषी है तो कार्रवाई की जानी चाहिए।
11 अप्रैल को दिया था धरना
जयपुर में बीते 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने राजस्थान में वसुंधरा राजे सरकार में हुई भ्रष्टाचार पर एक दिन का उपवास किया था। पायलट ने कहा था कि हम जिस कार्रवाई का भरोसा देकर सत्ता में आए थे, हम पूरा नहीं किया जा रहा।
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