India News (इंडिया न्यूज़), SCO Goa Meeting, पणजी: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में एससीओ महासचिव झांग मिंग से मुलाकात की। गोवा में हो रही इस बैठक में भाग लेने के लिए रूस के विदेश के मंत्री लावरोव पहुंचे चुके है। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्री भी गोवा पहुंचने वाले है। पाकिस्तान से रवाने होने से पहले बिलावल ने कहा कि इस बैठक में शामिल होने का मेरा फैसला एससीओ के चार्टर के प्रति पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मैं मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ रचनात्मक विचार-विमर्श की आशा करता हूं।
- 2001 में बना संगठन
- 2017 में सदस्य बना भारत
- आज भोज का आयोजन किया जाएगा
भारत आज शाम चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रिभोज की मेजबानी भी करेगा। शुक्रवार को होने वाली एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि के बीच हो रही है।
‘सिक्योर-एससीओ’ थीम
2023 में भारत के एससीओ की अध्यक्षता की थीम ‘सिक्योर-एससीओ’ है। भारत इस क्षेत्र में बहुपक्षीय, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने में एससीओ को विशेष महत्व देता है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है। चीन और रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियन सुरक्षा समूह में चार मध्य एशियाई राष्ट्र भी शामिल हैं – कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान। जबकि भारत और पाकिस्तान को 2017 में समूह में जोड़ा गया था। ईरान और बेलारूस को कुछ सालों में इसमें जोड़ा जाना है।
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