सिक्किम (Demand for President’s rule in the state): इन दिनों सिक्किम में राष्ट्रपति शासन की मांग की जा रही है। वहां के राज्य सरकार पर राज्य में हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लग रहा है। सिक्किम की मुख्य विपक्षी पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने यह मांग करते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। एसडीएफ ने आरोप लगाया है कि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की सरकार में राज्य में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी के लोग राज्य में हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं। एसडीएफ के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की।
पूर्व लोगसभा सांसद पीडी राय की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल राज्यभवन पहुंचकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की करते हुए राज्यपाल को इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपा। एसडीएफ के नेताओं ने कहा कि हमने राज्यपाल से मांग की है कि राज्य में आर्थिक और राजनीतिक सुरक्षा सुनिश्चित करें और संविधान के अनुच्छेद 371 के तहत सिक्किम के लोगों के मौलिक अधिकार की रक्षा करने की भी मांग की है।
राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने राज्यपाल से मांग की है कि अगले साल 2024 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाला है। राज्य में विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष तरीके से कराया जाए। अक्सर चुनाव के दौरान राज्य में हिंसा का सहारा लिया जाता रहा है। इसी हिंसा को रोकने के लिए कठोर कदम उठाया जाए, जिससे चुनाव निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो सके।
मेरे समर्थकों पर एसकेएम समर्थकों ने हमला किया- एसडीएफ
एसडीएफ ने सत्ताधारी एसकेएम पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में एसकेएम के समर्थक उनके समर्थकों पर हमला किया, जिसमें 15 लोग घायल हो गए। एसकेएम ने इस आरोप को खारिज कर दिया है। और एसडीएफ पर हिंसा की संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।