Smriti Irani in We Women Want Show: वी वीमन वांट का पहला संस्करण मुंबई में हुआ था। आज दूसरा संस्करण दिल्ली के ताज वीवांता होटल में हो रहा है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद ने अपनी बात रही। उन्होंने राजनीति में आने के सवाल पर कहा कि वह स्वंयसेवकों के परिवार से आती है। मैंने परिवार के लोंगो को बिना किसी स्वार्थ के काम करते देखा है। मैंने कई महिला और बच्चों के कई मुद्दों पर किया है।
मेरा राजनीति का पहला वास्ता महाराष्ट्र मे हुआ था और मेरे नेता गोपीनाथ मुंडे और प्रमोद महाजन मेरे नेता हुआ करते थे। वह कहता करते थे कि बदलाव सिस्टम में आकर लाया जा सकता है। बाहर से चिल्लाना तो बहुत आसान होता है। बीजेपी में आने मेरा सोचा समझा फैसला था। मुझे लगता है कि चुनावी राजनीति का हिस्सा होना जरूरी है।
राजनीति को लेकर कई भ्रम
स्मृति ईरानी ने कहा कि राजनीति को लेकर पहला भम्र है कि राजनीति में बुरें लोग होते है। इसलिए अच्छे लोग राजनीति से दूर रहते है। सबका साथ, सबका विकास नारे पर उन्होंने कहा कि एक हंगामा हुआ था जब मुझे अल्पसंख्यक मंत्री बनाया गया था। जब विचारों से देश को विभाजित करने का काम करते है तो क्या आप राष्ट्रीयता को बल देते है? पहली बार भारत के इतिहास में 4,314 महिलाएं बिना किसी पुरुष के हज की यात्रा पर जाने वाले है। इसका मतलब है कि औरतें बिना आदमी के हज पर जानी चाहती थी उनके पास कोई दिशा नहीं थी।
गांधी परिवार ने काम नहीं किया
स्मृति ईरानी ने अल्पसंख्यक मंत्री के तहत अपने कामों को भी गिनाया। राहुल गांधी को अमेठी से चुनाव हराने पर उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने 40 सालों तक अमेठी के लिए कुछ नहीं किया। कोरोना में न सिर्फ वैक्सीन बनाई बल्कि 160 देशों को भेजा भी।
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