बिज़नेस डेस्क/नई दिल्ली (Hackers had stolen personal data by attacking through virus): मार्च के शुरुआत में देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी सनफार्मा के कम्पयूटर सिस्टम पर हैकरों ने वायरस के जरिए हमला कर फाइल्स की सेंधमारी कर पर्सनल डेटा की चोरी की थी, जिसके बाद कंपनी के कुछ व्यवसायों में राजस्व का घाटा हुआ है। सन फार्मा ने कल रविवार की देर रात एक फाइलिंग में कहा कि दवा प्रमुख के आईटी सिस्टम पर घटना के प्रभाव में कुछ फाइल सिस्टम का उल्लंघन और कुछ कंपनी और व्यक्तिगत डेटा की चोरी शामिल है। इसमें कहा गया है कि एक रैनसमवेयर समूह ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है।

  • 2 मार्च को हुआ था हमला
  • जानिए सन फार्मा के बारे में

2 मार्च को हुआ था हमला

सनफार्मा ने अपने सिस्टम के हमले की जानकारी इस महीने की शुरुआत में दी थी। कंपनी ने हालांकि यह भी अश्वासन दिलाया था कि यह हमला सनफार्मा के कोर आईटी सिस्टम पर प्रभाव नहीं डाल पाया था। हमले के बाद कंपनी ने अपनी कम्यूटर्स की सॉफ्टवेयर की सुरक्षा और बढ़ा दी है। हालांकि हमले के बाद भी कंपनी के शेयरों में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं कि है। आज बाजार बंद होने तक सन फार्मा के शेयर निफ्टी पर 10 रुपए की उछाल के साथ 983 पर बंद हुए।

जानिए सन फार्मा के बारे में

सनफार्मा देश की सबसे बड़ी दावा निर्माता कंपनी है। इसकी शुरुआत 1993 में हुई थी। आज के समय सनफार्मा का कुल मार्केट साइज 2,33,419 करोड़ रुपए है। रिवाइटल विटामिन और वोलिनी जैसे दर्द निवारक दवा से कंपनी ने ग्राहकों के बीच अपना भरोसा कायम किया है। रिवाइटल और वोलिनी से कंपनी ने 14% की उछाल के साथ कुल 112 अरब रुपए का कुल राजस्व कमाया था।

अभी सन फार्मा पशुओं के दवाओं क्षेत्र में भी इंटरी करने जा रही है। इसके लिए उसने विवालसीस हेल्थ एंड फूड की 60% हिस्सेदारी खरीदने के लिए 143 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यह डील इसी साल के मई तक पूरा होने की उम्मीद की जा रही है।

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