India News(इंडिया न्यूज), Tejas Deal: रक्षा अधिग्रहण परिषद की ओर से भारत की सुरक्षा स्तर को बढ़ाते हुए 97 अतिरिक्त तेजस विमान और 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टर खरीदने की मंजूरी दे दी गई है। दोनों विमान अपने ही देश में बनाए गए हैं। इस सौदे के लिए लगभग 1.1 लाख करोड़ लगेंगे। भारतीय वायु सेना के लिए तेजस मार्क 1-ए लड़ाकू विमान खरीदा जा रहा है। वहीं हेलिकॉप्टरों को वायु सेना और थल सेना को सौंपा जाएगा। परिषद ने अतिरिक्त सौदों को भी मंजूरी दी है। जिसका कुल मूल्य लगभग 2 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
- दोनों विमान अपने ही देश में बनाए गए
- सौदे के लिए लगभग 1.1 लाख करोड़ लगेंगे
स्वदेशी निर्माताओं को मिलने वाली सबसे बड़ी ऑर्डर
इस ऑर्डर के साथ भारत के इतिहास में स्वदेशी निर्माताओं को मिलने वाली सबसे बड़ी ऑर्डर बुक होगी। इसमें समय लगेगा लेकिन यह अवधि विदेशी निर्माताओं के शामिल होने की तुलना में बहुत कम हो सकती है। एक बार अंतिम कीमत पर बातचीत हो जाने के बाद, अंतिम हस्ताक्षर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति द्वारा किया जाएगा। सेना में अंतिम रूप से शामिल होने में कम से कम 10 साल लग सकते हैं।
चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान
IAF के पास 260 से अधिक Su-30 विमान हैं । जिसे अपग्रेड स्वदेशी होने की उम्मीद है। जिसमें भारत द्वारा विकसित रडार, एवियोनिक्स और सबसिस्टम होंगे। तेजस एमके-1ए हल्का लड़ाकू विमान है। जिसे हत्वपूर्ण परिचालन क्षमताओं के साथ देश में डिजाइन और निर्मित किया गया है। जो चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। विमान में एक सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक-स्कैन्ड एरे (एईएसए) रडार, एक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट शामिल है। इसमें वा में ईंधन भरना और हवा में युद्द करना शामिल है। यह भारत का पहला स्व-निर्मित फाइटर जेट है। इसे फरवरी 2019 में पूरी तरह से हथियारों से लैस फाइटर जेट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल करने के लिए अंतिम परिचालन मंजूरी मिली थी।
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