India News (इंडिया न्यूज़), Ajya Jandial,Terrorist Organization: जम्मू कश्मीर में (JKLF) जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट में और हुर्रियत में फिर से पुनर्जीवित करने को लेकर हो रही मीटिंग को नाकाम करते हुए पुलिस ने श्रीनगर से दस हुर्रियत कार्यकर्ता और पूर्व (JKLF) आतंकियों की गिरफ़्तारी के बाद एक नया खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक़ पकड़े गये दस लोगों में यासिन मलिक का करीबी रफ़ीक पहलू उर्फ़ नाना जी भी शामिल था। रफ़ीक बहू आतंकी है, जो 1990 में यासिन मालिक द्वारा एयरफ़ोर्स स्टेशन के बाहर हुए हमले और रूबिका सय्यद किडनैपिंग में यासिन के साथ था और अब वेल पर था । इस बात का खुलासा तब हुआ जब रफ़ीक जम्मू में इन्ही दोनों केसों की सुनवाई में नहीं पहुँचा।
CBI वकील मोनिका कोहली ने बताया
सीबीआई की कौंसिल वकील मोनिका कोहली ने बताया कि आज जम्मू सीबीआई कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब रफ़ीक पहलू को हाजिर होने को कहा तो पता चला कि वो पुलिस हिरासत में है। और कोर्ट ने अगली सुनवाई में रफ़ीक को हाज़िर रहने को कहा है। वकील मोनिका ने बताया की रफ़ीक हर सुनवाई पर आतंकी कोर्ट में प्रोड्यूस होता था।
पुलिस ने किया आतंकियों को गिरफ्तार
आपको बता दें कि 10 जुलाई 2023 को पुलिस ने श्रीनगर के एक होटल से दस लोगों को गिरफ़्तार किया था। जिसमें यासिन मलिक के आतंकी संगठन जेकेएलएफ़ और सईद अली शाह गिलानी के अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता शामिल थे। और जैसे ही पुलिस को इसकी भनक लगी तो पुलिस ने करवाई कर होटल में रेड करते हुए 43 में से 10 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया।
दरअसल यह मीटिंग मोहद यासिन भट, रफ़ीक पहलू, शम्सुद्दीन रहमान, ख़ुर्शीद अहमद भट, सज्जद हुसैन गुल, फ़िरदोस अहमद शाह कुछ अन्य जेकेएलएफ़ आतंकियों द्वारा आयोजित की गई थी। जिसका मक़सद कश्मीर में अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस और जेकेएलएफ़ की गतिविधियों को चलाना था।
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