इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : श्रद्धा मर्डर केस को लेकर इन दिनों पूरे देश में उबाल है। लोगों में प्यार करने वालों के प्रति सकारात्मक नहीं बल्कि संदेह भरा नजरिया है। लेकिन इस बीच असम से प्रेम की एक ऐसी कहानी सामने आई है जो लोगों का दिल जीत रही है। असम की इस प्रेम कहानी में लाइजाज बीमारी से ग्रसित प्रेमिका की मौत के बाद प्रेमी ने जो किया उसकी लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।

आपको बता दें,असम में प्रेमिका की मौत के बाद अंतिम संस्कार से पहले प्रेमी ने उसकी आखिरी ख्वाईश पूरी की। प्रेमी ने अंतिम संस्कार से पहले प्रेमिका की मांग भरी, उसे जयमाला पहनाया, फिर उसके शव के लिपटकर खूब रोया। इस घटना की कुछ तस्वीरें सामने आई है। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोग इसे सच्चे प्रेम की अमर कहानी के रूप में परिभाषित कर रहे हैं। लोग इस प्रेम कहानी को सर तन से जुदा vs मरके भी ना होंगे जुदा से कर रहे हैं।

असम के बिटुपन और प्रार्थना बोरा की प्रेरणादायी प्रेम कहानी

जानकारी हो, प्यार की यह अनुठी कहानी असम के मोरीगांव जिले से सामने आई है। मोरीगांव के 27 वर्षीय बिटुपन तमुली चापरमुख 24 वर्षीय प्रार्थना बोरा नामक लड़की से प्यार करते थे। इन दोनों की प्रेम कहानी के बारे में परिजनों को भी जानकारी थी। दोनों जल्द ही शादी करने वाले थे। लेकिन इसी बीच प्रार्थना बोरा के बारे में जानकारी मिली वो एक लाइजाज बीमारी से ग्रसित है। इस बात की जानकारी के बाद बिटुपन पहले तो टूट गए, लेकिन उन्होंने अंतिम समय तक अपनी प्रेमिका प्रार्थना की हर खुशी का ख्याल रखा।

प्रेमी ने पूरी की प्रेमिका की आखिरी इच्छा जो बनी मिशाल

आपको बात दें, बीते 18 नवंबर को प्रार्थना की मौत हो गई। जिसके बाद बिटुपन ने जो किया वह अपने आप में अनुठा और अनोखा साबित हुआ है। प्रार्थना के अंतिम संस्कार से पहले बिटुपन ने सभी के सामने उसकी मांग भरी और आंखों में आंसू लिए शव से लिपट गया। इस दृश्य को देखने वाला वहां मौजूद हर एक व्यक्ति अपने आंसू नहीं रोक सका। प्रार्थना की मांग भरने और उसके बाद बिटुपन के उसके शव से लिपटकर रोने का वीडियो भी सामने आया है।

प्रार्थना का भाई बहन की प्रेमी का शुक्रगुजार

देशभर में लोग प्रार्थना और प्रेमी बिटुपन के प्यार की दुहाई दे रहे हैं। लगे हाथ आफताब ने श्रद्धा के साथ जो किया उसका भी जिक्र कर रहे हैं। प्रार्थना के भाई ने कहा, मेरी बहन बहुत भाग्यशाली थी कि उसे बिटुपन जैसा प्यार करने वाला साथी मिला। दोनों शादी करना चाहती थी। लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। मुझे खुशी है कि उसने उसकी अंतिम इच्छा पूरी की।