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आत्मनिर्भर भारत : तीसरी वंदे भारत ट्रेन ने ट्रायल में तोड़ा बुलेट ट्रेन का रिकॉर्ड, 52 सेकेंड में पकड़ी 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार

Naresh Kumar • LAST UPDATED : September 10, 2022, 5:26 pm IST
  • बीमारियों से मुक्त रखेगा एयर प्यूरीफायर सिस्टम

इंडिया न्यूज, New Delhi News। Third Vande Bharat Train : देश की पहली सेमी हाई स्पीड और तीसरी नई वंदे भारत एक्सप्रेस ने ट्रायल रन के दौरान रफ्तार के मामले में बुलेट ट्रेनों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि फोटोकैटलिटिक एयर प्यूरीफायर सिस्टम नई वंदे भारत ट्रेन को कोरोना सहित हवा से फैलने वाली तमाम बीमारियों से मुक्त रखेगा।

जल्द अहमदाबाद-मुंबई रूट पर दौड़ेगी नई वंदे भारत ट्रेन

इस ट्रेन को कुछ सप्ताह में अहमदाबाद-मुंबई रूट पर चलाया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा, नई वंदे भारत ट्रेन का तीसरा परीक्षण पूरा हो गया है। शुक्रवार को अहमदाबाद-मुंबई के बीच ट्रायल किया गया। इसने 0-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार 52 सेकेंड में पूरी कर ली, जबकि बुलेट ट्रेन इस रफ्तार को हासिल करने में 54.6 सेकेंड का समय लेती है।

180 किमी प्रति घंटा है अधिकतम गति

इस नई ट्रेन की अधिकतम गति 180 किमी प्रति घंटा है। पुराने वंदे भारत की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटे है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस अहमदाबाद से सूरत महज दो घंटे 32 मिनट में पहुंच गई, जबकि शताब्दी एक्सप्रेस को तीन घंटे लग जाते हैं। अहमदाबाद से सुबह सात बजकर 6 मिनट पर यह ट्रेन रवाना हुई और सूरत स्टेशन पर सुबह 9 बजकर 38 मिनट पर पहुंच गई। यहां से बिन रुके मुंबई सेंट्रल दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर यह ट्रेन पहुंच गई।

महज 5 घंटे 10 मिनट में तय की 492 किलोमीटर दूरी

ट्रेन को अहमदाबाद से मुंबई के बीच 492 किलोमीटर तय करने में महज पांच घंटे 10 मिनट का समय लगा, जबकि शताब्दी एक्सप्रेस अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल पहुंचने में कुल छह घंटे 20 मिनट का वक्त लेती है। रेलवे मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस की नई डिजाइन में फोटोकैटलिटिक एयर प्यूरीफायर सिस्टम है, जो 99 फीसदी कीटाणुओं और वायरस को मार सकता है।

ट्रेन में प्लेन जैसी सुविधाएं

वंदे भारत ट्रेन में प्लेन जैसी खूबियां हैं। इसमें एसी, टीवी, आॅटेमैटिक दरवाजे, हाइक्लास पेंट्री और वॉशरूम आदि सब कुछ है। पूरी तरह से वंदे भारत एक्सप्रेस मेड इन इंडिया है। ट्रेन में सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन है, यानी अलग से इंजन लगा हुआ नहीं होता। एग्जीक्यूटिव कोच की सीटें 180 डिग्री तक घूम सकती हैं, ठीक वैसे ही जैसे विस्टाडोम की सीट घूमती हैं।

नई ट्रेन में इसकी क्वालिटी और राइडिंग इंडेक्स में सुधार हुआ है। इन मापदंडों पर ट्रेन का स्कोर 3.2 है, जबकि विश्व स्तर पर सबसे अच्छा स्कोर 2.9 है। मंत्रालय को उम्मीद है कि अक्टूबर से हर महीने वंदे भारत ट्रेनों के नए बैच शुरू होंगे।

अभी इन रूटों पर चलती हैं दो ट्रेनें…

बता दें कि देश में अभी 2 वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं। पहली ट्रेन दिल्ली और वाराणसी के बीच चली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2019 को इसका उद्घाटन किया था। 17 फरवरी 2019 से इसका पहला सफर शुरू हुआ। वहीं दूसरी वंदे भारत ट्रेन दिल्ली और कटरा के बीच चलती है।

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