इंडिया न्यूज़ (दिल्ली,Sharad Yadav Passes Away): शरद यादव के बारे में ऐसे तो कई किस्से प्रचलित हैं उनमें से एक यह है कि जब संजय गांधी की मौत के बाद अमेठी लोकसभा सीट खाली हुई और वहां पर उपचुनाव हुए। इस सीट से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने राजीव गांधी को चुनाव मैदान में उतारा था और इसी सीट से किसी ज्योतिष की सलाह पर चौधरी चरण सिंह ने शरद यादव को उस उपचुनाव में राजीव गांधी के खिलाफ उतारा था। अमेठी उपचुनाव में शरद यादव को चुनाव मैदान में उतारने के पीछे नाना जी देशमुख की भी सलाह ली गई थी।
शरद यादव व्यक्तिगत तौर पर नहीं थे तैयार
उस ज्योतिष ने नाना देशमुख और चौधरी चरण सिंह से कहा था कि अमेठी से राजीव गांधी चुनाव हार जाएंगे। इसका सीधा असर केंद्र की इंदिरा गांधी कस नेतृत्व वाली सरकार पर होगा। बस इसी एक बात को आधार बनाकर शरद यादव को अमेठी उपचुनाव लड़ाया गया। हालांकि शरद यादव व्यक्तिगत तौर पर इस उपचुनाव में नहीं उतरना चाहते थे, लेकिन नाना देशमुख के कहने पर इस चुनाव में खड़े हुए क्योंकि नाना जी देशमुख ने शरद यादव से कहा था कि वह खुद यह चुनाव लड़ रहे हैं, आप केवल चेहरा हैं। शरद यादव को जीत दिलाने के लिए चौधरी चरण सिंह और नाना भाई देशमुख दोनों ने ना केवल खुद प्रचार किया बल्कि विपक्ष के कई बड़े और कद्दावर नेताओं से चुनावी रैलियां कराई थी। हालांकि शरद यादव यह उपचुनाव हार गए थे और इस प्रकार से उस ज्योतिष कि भविष्यवाणी गलत साबित हुई थी.