पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अजहर अली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ जारी तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला उनका अंतिम मैच होगा। तीसरा टेस्ट 17 दिसंबर से कराची में खेला जाएगा। इंग्लैंड सीरीज में फिलहाल 2-0 से आगे है। पाकिस्तान की टीम अंतिम टेस्ट को जीतकर क्लीन स्वीप से बचने के साथ-साथ अजहर अली को शानदार विदाई देना चाहेगी।

अजहर अली पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में पांचवें स्थान पर हैं। उनसे आगे यूनुस खान, जावेद मियांदाद, इंजमाम उल हक और मोहम्मद यूसुफ हैं। अजहर 96 टेस्ट मैचों में 42.49 की औसत से 7097 रन बना चुके हैं। अजहर ने संन्यास का एलान करते हुए कहा, ”मेरे लिए उच्चतम स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान की बात है। संन्यास का फैसला करना हमेशा से कठिन रहता है, लेकिन गहराई से विचार करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि यह मेरे रिटायर होने का सही समय है।”

अजहर ने कहा, “मुझे कुछ सबसे उत्कृष्ट क्रिकेटरों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का सौभाग्य मिला है। मुझे कुछ बेहतरीन कोचों के साथ खेलने का अवसर भी मिला है।” 37 वर्षीय अजहर ने 2010 में लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने अपने दूसरे टेस्ट में ही अर्धशतक लगाया था। क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में अजहर ने 19 शतक और 34 अर्धशतक लगाए।
अजहर का उच्चतम स्कोर 302 रन रहा है। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2016 में दुबई में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में तिहरा शतक लगाया था। वह डे-नाइट टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले पाकिस्तान के इकलौते बल्लेबाज हैं। अजहर के नाम दो दोहरे शतक भी हैं। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2015 में ढाका के मैदान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2016 में एडिलेड के मैदान पर दोहरा शतक लगाया था।