India News (इंडिया न्यूज), UNLF Signs Peace Accord: मणिपुर में सबसे पुराना सशस्त्र समूह यूएनएलएफ ने हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला लिया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया है। अमित शाह ने आज (बुधवार) बताया कि यूएनएलएफ ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

  • मैं लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनका स्वागत करता हूं
  • शांति और प्रगति के पथ पर उनकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं

अथक प्रयासों में एक नया अध्याय

अमित शाह ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए दिया है। उन्होंने कहा कि ”एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई। पूर्वोत्तर में स्थायी शांति स्थापित करने के मोदी सरकार के अथक प्रयासों में एक नया अध्याय जुड़ गया है। यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) ने आज (बुधवार) नई दिल्ली में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।” इसी के साथ उन्होंने तस्वीरें भी शेयर की है। 

लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनका स्वागत

गृह मंत्री ने आगे कहा कि “मणिपुर का सबसे पुराना घाटी स्थित सशस्त्र समूह यूएनएलएफ हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला लिया है। मैं लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनका स्वागत करता हूं। साथ ही शांति और प्रगति के पथ पर उनकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सर्वसमावेशी विकास के दृष्टिकोण को साकार करने और पूर्वोत्तर भारत में युवाओं को बेहतर भविष्य प्रदान करने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।”

सबसे पुरानी मैतेई विद्रोही समूह

गृह मंत्रालय ने कई अन्य चरमपंथी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया था। जिसके कुछ दिनों बाद ही शांति समझौता हुआ। बता दें कि यूएनएलएफ मणिपुर की सबसे पुरानी मैतेई विद्रोही समूह है। जिसकी स्थापना 24 नवंबर, 1964 में की गई थी।

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