UP Vidhan Session: उत्तर प्रदेश में विधानमंडल का सत्र जारी है। आज यानि 25 फरवरी की कार्यवाही शुरू होने पर सपा मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की हत्या का मामला उठाते हुए राज्य की कानून व्यवस्था को ध्वस्त बताया है। उन्होनें कहा कि सरकार को ध्वस्त कानून व्यवस्था पर जवाब देना चाहिए।
हम माफियाओं के खिलाफ हैं…
इस पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे।’ योगी ने आगे कहा कि सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे। सीएम ने कहा कि सपा माफियाओं की पोषक है। राजूपाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है उसे सपा ने विधायक बनाकर प्रश्रय दिया।
माफियाओं का पोषण कर रहे अखिलेश
इतना ही नहीं सीएम योगी ने अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ‘आप खुद माफियाओं का पोषण कर रहे हैं।’ सीएम की ये बोल सुन अखिलेश यादव ने उनकी बोली पर सवाल उठाए। इस पर सदन में कुछ देर तक हंगामा हुआ। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के दखल के बाद सदन की कार्यवाही फिर से चलने लगी।
पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण भाजपा
यहीं नहीं मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश यादव द्वारा भाजपा की पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी पर सवाल उठाने पर कहा कि ‘पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण जनता का आदेश है। जनता ने भाजपा के पक्ष में लगातार लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के साथ ही यूपी विधानसभा चुनाव 2017 और 2022 में जनादेश दिया है। यह पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा प्रमाण है।’
मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या
बता दें शुक्रवार (24 फरवरी) को बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और वकील उमेश पाल की स्वचालित हथियारों से गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले में उमेश की सुरक्षा में तैनात गनर संदीप निषाद की भी मौत हो गई। प्रयागराज पश्चिम के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी, 2005 को हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद व उसके छोटे भाई पूर्व विधायक अशरफ पर केस चल रहा है।
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