इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की दिवारों पर जातिसूचक नारे लिखे जाने के मामले को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए हरकत में आया है। स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड ग्रेविएंस के डीन वाली कमेटी को जल्द से जल्द पूछताछ करने और कुलपति को रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा गया है।
जानकारी दें, गुरुवार (1 दिसंबर 2022) को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित इमारतों की दिवारों पर जातिसूचक एवं विवादास्पद नारे लिखे गए थे। भाजपा की छात्र शाखा ABVP ने इसके लिए कैंपस के ही वामपंथी छात्र संगठनों पर आरोप लगाया था।
टुकड़े -टुकड़े गैंग द्वारा ध्यान भटकाने की कोशिश
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने DCP साउथ वेस्ट और SHO वसंत कुंज को शिकायत दी है। वकील द्वारा दर्ज की गई शिकायत IPC की धारा 153A और B, 505, 506 और 34 के तहत आरोप लगाए गए हैं। शिकायत में वैश्य एवं ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है।
जिंदल ने कहा, जेएनयू में देश विरोधी, समाज विरोधी कार्यों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसी विचारधारा, जो देश में अराजकता फैलाना चाहती है, के लोग जेएनयू में बड़े पैमाने पर हैं। जेएनयू में जाति को लेकर जान से मारने की धमकी देने वालो पर सख़्त कारवाही की ज़रूरत है। ये टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्य ही हैं।”