उत्तराखंड के जोशीमठ में घरों, सड़को, और खेतों में दरार, और भूस्खलन से लोगों में दहशत का माहौल है। आलम यह है की अगर हलकीं से भी कोई चुक हुई तो सौकड़ो लोग बेघर हो सकते है या मारे भी जा सकते है। इसी को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधु ने आधिकारियों को बिना किसी देर किए जल्द से जल्द प्रभावित इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षीत जगहों पर शिफ्ट करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही साथ जहां लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है, वहां सारी सुविधाएं और तमाम इंतजाम रखने के लिए कहा गया है।

आधिकारिक बयान के अनुसार संधु ने पीने के पानी की सुविधा देने की भी बात कही है। उन्होंने कहा “भूस्खलन के कारण पेयजल लाइन टूटने से भूस्खलन बढ़ेगा और बिजली के तार प्रभावित होंगे। क्षेत्र में जान-माल का नुकसान न हो इसके लिए क्षेत्र में नजर रखते हुए उच्चाधिकारियों को भी क्षेत्र में बने रहने के निर्देश दिए।”

मुख्य सचिव ने भूस्खलन क्षेत्र में टो कटाव को रोकने के लिए आज से ही काम शुरू करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिन भवनों में दरारें आ गई हैं और जर्जर हो गए हैं, उन्हें तत्काल ध्वस्त किया जाए, ताकि वे भवन को और नुकसान न पहुंचा सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषज्ञों आदि को हेलिकॉप्टर से लाने की व्यवस्था की जाए ताकि प्रभावित क्षेत्र में पहुंचने में समय न लगे। मैनपावर बढ़ाकर काम को जल्द पूरा करने के निर्देश भी दिए।