इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : वरुण गांधी भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के चचेरे भाई भी हैं। मालूम हो, पुरानी पारिवारिक कलह की वजह से दोनों परिवार काफी समय से दूर-दूर रहते हैं। हालाँकि अब चर्चाएं ऐसी हैं कि प्रियंका गांधी की वजह परिवारों के बीच जमी यह बर्फ पिघल सकती है। वरुण गांधी के बयानों से भी ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वह कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। जानकारी दें, किसान आंदोलन के समय से ही वरुण गांधी लगातार बीजेपी की आलोचना कर रहे हैं। कभी फायर ब्रांड हिंदुत्व की छवि के लिए मशहूर रहे वरुण गांधी अब सांप्रदायिक राजनीति को गलत बता रहे हैं। राहुल गांधी ने भी कह दिया है कि अगर वरुण गांधी भारत जोड़ो यात्रा में आते हैं तो उनका स्वागत है।

मालूम हो, भारत जोड़ो यात्रा यूपी में प्रवेश कर चुकी है। वरुण गांधी यूपी की ही पीलीभीत सीट से सांसद हैं। सूत्रों के हवाले से खबरें हैं कि प्रियंका गांधी लगातार वरुण गांधी के संपर्क में हैं। कहा जा रहा है कि पहले ये बातें सिर्फ़ पारिवारिक थीं लेकिन अब इसमें राजनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। जिस तरह से बीजेपी ने मेनका गांधी को मंत्री पद नहीं दिया और वरुण गांधी पूरी तरह से उपेक्षित हैं, उसके हिसाब से कहा जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गांधी बड़ा फैसला ले सकते हैं।

2024 लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गाँधी की हो सकती है कांग्रेस में वापसी

आपको बता दें, चर्चाएं जोरों पर हैं कि वरुण गांधी घर वापसी कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गांधी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इसमें उनकी मां मेनका गांधी और राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी रोड़ा बन सकती हैं। पूर्व में दोनों के रिश्ते कैसे रहे हैं यह जगजाहिर है। वैसे इतना तो तय माना जा रहा है कि अब वरुण गांधी ज्यादा दिन बीजेपी में नहीं रहेंगे। उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल से भी बीजेपी का नाम हटा दिया है। उन्हें बीजेपी की ओर से कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जाता है।

जानकारी दें, हाल ही में जब राहुल गांधी से वरुण गांधी के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “पार्टी में उनके शामिल होने या न होने का सवाल मल्लिकार्जुन खड़गे जी से करिए। भारत जोड़ो यात्रा में उनका या हर किसी का स्वागत है लेकिन वह बीजेपी में हैं तो उनक दिक्कत हो सकती है।” वरुण गांधी ने भी कुछ दिन पहले कहा था, “इस देश को जोड़ने की राजनीति होनी चाहिए, तोड़ने की नहीं. भाई को भाई से लड़ाने की राजनीति नहीं होनी चाहिए।” वरुण गांधी के इन्हीं बयानों को उनके भविष्य का इशारा माना जा रहा है।