इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) :भारतीय विमानन क्षेत्र के तहत टाटा समूह ने मंगलवार को एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय की घोषणा की है। सौदे के तहत, सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। प्रस्तावित सौदा के मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। जानकारी हो, विस्तारा में टाटा समूह की 51 फीसदी हिस्सेदारी है और बाकी हिस्सा सिंगापुर एयरलाइंस के पास है। आपको बता दें, सिंगापुर एयरलाइंस ने एक बयान जारी कर विस्तारा और एयर इंडिया के विलय की जानकारी दी। इस लेनदेन के हिस्से के रूप में एयर इंडिया में 2,058.5 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी।
SIA अपने आंतरिक संसाधन से धन देगा
SIA ने कहा कि वह इस निवेश को अपने आंतरिक नकदी संसाधनों से पूरी तरह से धन देना चाहता है, जो 30 सितंबर तक 17.5 बिलियन सिंगापुर डॉलर था। यह सिंगापुर एयरलाइंस को सभी प्रमुख बाजार क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपस्थिति के साथ बढ़े हुए एयर इंडिया समूह में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी देगा।
टाटा समूह ने विलय पर कहा
एक अलग विज्ञप्ति में, टाटा समूह ने कहा कि इस विलय के साथ, एयर इंडिया 218 विमानों के संयुक्त बेड़े के साथ देश की अग्रणी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाहक होगी, जो “इसे भारत का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय वाहक और दूसरा सबसे बड़ा घरेलू वाहक बनाएगी।”
सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा संस वित्त वर्ष 2022-23 और वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़े हुए एयर इंडिया के विकास और संचालन को धन उपलब्ध कराने के लिए, जरूरत हुई, तो अतिरिक्त पूंजी जुटाने में भाग लेने पर भी सहमत हुए हैं।
SIA की टाटा समूह के साथ सहमति
SIA ने कहा, “SIA की 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी के पूरा होने के बाद, किसी भी अतिरिक्त पूंजी इंजेक्शन का हिस्सा 50,200 मिलियन रुपये (S$ 880 मिलियन, US $ 615 मिलियन) तक हो सकता है, जो विलय के पूरा होने के बाद ही देय होगा।”