India News (इंडिया न्यूज़), International Yoga Day 2023: योग हमारे जीवन में काफी फायदेमंद माना जाता है। योग ना सिर्फ शरीर को निरोग बनाता है बल्कि मानसिक तौर पर भी काफी फायदेमंद होता है और आज पूरे विश्व भर में लोग योगा करते हैं। लेकिन क्या आपको इसके इतिहास के बारे में पता है। आखिर कब हुई अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत और इसकी जन्मभूमि क्या है तो, चलिए जानते हैं योग दिवस से जुड़ी ये खास बातें।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का क्या है इतिहास?

बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत साल 2015 में की गई थी। इसका प्रस्ताव साल 2014 की सितंबर महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में एक संबोधन के दौरान इसका विचार साझा किया था। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देशों ने इसको लेकर 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए सहमत दिया। जिसके बाद 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुरुआत किया गया।

क्यों मनाया जाता है 21 जून को योग दिवस?

21 जून का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि पंचांग के मुताबिक, 21 जून को उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन होता है और इसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहा जाता है। जिसके बाद सूर्य दक्षिणायन होता है और इसका तेज भी कम हो जाता है। ऐसे में आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने और मन को स्वस्थ रखने के लिए 21 जून का ही दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए सही माना गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 की क्या है थीम?

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 9वां संस्करण आज मनाया जाएगा। हर साल इस दिन को काफी खास थीम के साथ योग दिवस  के रुप में मनाया जाता है। वही इस साल यानी आज के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ तय किया गया है ।

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