इंडिया न्यूज़: (Who Is Nithyananda) भारत की साध्वियों जैसा वेशभूषा। सिर पर केश की भारी जटाएं, ललाट पर टीका, गले में रुद्राक्ष की बड़ी सी माला और गेरुआ वस्त्र। संयुक्त राष्ट्र के जिनेवा दफ्तर में जब अंग्रेजी में भाषण देती इस महिला का वीडियो को देखा तो उन्हें एकबारगी समझ में नहीं आया कि ये महिला किस देश की प्रतिनिधि हैं। बाद में जब नित्यानंद के ट्वीटर अकाउंट स फोटो डाला गया तो लोगों को माजरा समझ में आया। बता दें कि भारत में रेप के आरोपों का सामना कर रहे भगोड़े नित्यानंद ने एक नया प्रोपगैंडा दुनिया के सामने फैलाया है।
नित्यानंद ने पहले तो ‘यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा’ नाम से एक नया देश बनाने का दावा किया। जहां कथित रूप से हिन्दू मान्यताओं के अनुसार जीवन जीया जाता है। अब नित्यानंद ने अपने देश के एक प्रतिनिधिमंडल को एक महिला की अगुवाई में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भेजने का दावा किया है। बता दें कि नित्यानंद अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट से इसका प्रचार कर रहा है। कैलासा की तरफ से एक महिला साध्वी जिनेवा में हुए संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में हिस्सा लेती हुई दिख रही है।
कौन हैं नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया?
आपको बता दें कि इस महिला ने अपना नाम मां विजयप्रिया नित्यानंद बताया है। कैलासा के वैरिफाइड फेसबुक अकाउंट के अनुसार मां विजयप्रिया नित्यानंद संयुक्त राष्ट्र में कैलासा देश की स्थायी राजदूत हैं। मां विजयप्रिया नित्यानंद अपना निवास स्थान अमेरिका का वाशिंगटन डीसी शहर बताती हैं। विजयप्रिया को नित्यानंद के देश कैलासा में डिप्लोमैट का दर्जा हासिल है।
स्विटजरलैंड के जिनेवा शहर में 22 फरवरी को हुए संयुक्त राष्ट्र के इस कार्यक्रम में काल्पनिक देश कैलासा की तरफ से मां विजयप्रिया नित्यानंद के अलावा 5 और महिलाएं शामिल हुईं। संयुक्त राष्ट्र ने जिनेवा में 19वें आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर एक सम्मेलन का आयोजन किया था।
संयुक्त राष्ट्र में ये पूछा सवाल
इस सम्मेलन में मां विजयप्रिया नित्यानंद ने दावा किया कि हिन्दू परंपराओं को पुनर्जीवित करने के लिए भारत में उनके सर्वोच्च गुरु को उत्पीड़ित किया जा रहा है। विजयप्रिया ने संयुक्त राष्ट्र से पूछा कि कैलासा में नित्यानंद और बीस लाख हिंदू प्रवासी आबादी के उत्पीड़न को रोकने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं।
आपको बता दें कि नित्यानंद के खिलाफ भारत में रेप समेत कईं केस चल रहें हैं। भारत में न्यायिक प्रक्रिया का सामना करने की बजाय नित्यानंद देश से फरार हो गया है। विजयप्रिया का नित्यानंद के खिलाफ लगाए गए उत्पीड़न के आरोप बेबुनियाद हैं।