इंडिया न्यूज़, दिल्ली : संसद के उच्च सदन यानि राज्यसभा में गुरुवार को सभापति तथा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अनुपस्थिति में दिग्गज एथलीट पी.टी. उषा ने सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की। इसकी जानकारी खुद पी.टी. उषा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से की। वहीं पी.टी. उषा ने अपने इस उपलब्धि का एक छोटा-सा क्लिप भी पोस्ट किया। सदन की कार्यवाही का अध्यक्षता करते हुए इसे गौरवपूर्ण क्षण बताया । साथ हीआशा जताई कि इससे वह नया ‘मील का पत्थर’ बना सकेंगी। बता दें, पी.टी. उषा को जुलाई, 2022 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्यसभा में मनोनीत किया था। बाद में उन्हें नवंबर, 2022 में भारतीय ओलिम्पिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष भी निर्वाचित किया गया था।

राज्यसभा की अध्यक्षता पर पी.टी. उषा ने अपने ट्वीट में लिखा, “फ्रैंकलिन डी. रूज़वेल्ट ने कहा था, ‘जब अधिकार ज़्यादा होते हैं, तो ज़िम्मेदारी भी बड़ी होती है।’ इसे मैंने तब महसूस किया, जब मैंने राज्यसभा सत्र की अध्यक्षता की। अपने लोगों द्वारा मुझमें निहित विश्वास और आस्था के साथ यह सफर करते हुए मैं उम्मीद करती हूं, इससे मील का पत्थर बना सकूंगी।”

उच्च सदन के सभापतियों के पैनल में शामिल होने वाली पहली महिला

बता दें, मशहूर एथलीट पी.टी. उषा को बीते दिसंबर में राज्यसभा के उपसभापतियों के उस पैनल का हिस्सा बनाया गया था, जो सभापति और उपसभापति की गैर-मौजूदगी में सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करता है। मालूम हो, पी.टी. उषा इस पैनल में शामिल की जाने वाली पहली मनोनीत सदस्य हैं।

पी.टी.और सफलता

बता दें, ‘पय्योली एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर पी.टी. उषा ने कई अंतरराष्ट्रीय खेल मंचों पर भारत के लिए पदक जीते हैं, जिनमें एशियाई खेल, एशियाई चैम्पियनशिप तथा वर्ल्ड जूनियर इन्विटेशनल मीट शामिल हैं। पी.टी.उषा अपने करियर के दौरान कई राष्ट्रीय तथा एशियाई रिकॉर्ड तोड़े और स्थापित किए हैं। मालूम हो, पी.टी. उषा ने एशियाई खेलों में चार स्वर्ण और सात रजत पदक हासिल किए हैं।

वहीं वर्ष 1984 में लॉस एंजिलिस में आयोजित ओलिम्पिक खेलों में पी.टी.उषा महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा में एक सेकंड के 100वें भाग से पदक से चूककर चौथे स्थान प्राप्त किया था। बता दें,लॉस एंजिलिस में इस स्पर्धा में उनके द्वारा लिया गया 55.42 सेकंड का वक्त अब तक राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। पी.टी. उषा मौजूदा समय में भारतीय ओलिम्पिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष भी हैं।