वैभव शुक्ला, New Delhi News। AIFF Suspended : सोमवार की देर शाम फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को निलंबित कर दिया था। फीफा ने तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर एआईएफएफ को निलंबित किया था। इसके साथ ही भारत में 11 से 30 अक्टूबर तक होने वाले फीफा अंडर 17 महिला विश्व कप की मेजबानी भी खतरे में पड़ गई है। साथ ही भारतीय फुटबॉल टीम किसी इंटरनेशनल इवेंट में खेल नहीं पाएगी। ऋकऋअ के इस कदम के बाद भारतीय फुटबॉल को बड़ा झटका लगा है।
गोकुलम केरला एफसी विमेन टीम को भुगतना पड़ा खामियाजा
इस बैन का सबसे पहला प्रभाव एएफसी विमेंस क्लब चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गई गोकुलम केरला एफसी विमेन टीम पर पड़ा है। फीफा द्वारा भारत पर लगाए गए बैन की वजह से टीम अब इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाएगी। यह प्रतियोगिता उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित किया गया है। टीम की 23 महिला सदस्य इस इवेंट में खेलने गई थीं। फीफा के बैन की वजह से भारत से 1500 किलोमीटर दूर 23 खिलाड़ी एक नए देश में फंसे हैं।
ताशकंद में फंसी हुई है टीम
गोकुलम केरल महिला टीम, 2019 से भारतीय महिला लीग की चैंपियन है। टीम ने पिछले साल खिताब जीतने के बाद एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। टूनार्मेंट 23 अगस्त से 26 अगस्त तक खेला जाना है। लेकिन फीफा के प्रतिबंध की वजह से टीम ताशकंद में फंसी हुई है। क्लब ने पीएमओ कार्यालय को पत्र भेजकर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है ताकि वह प्रतियोगिता में भाग ले सकें।
गोकुलम केरल एफसी ने पीएमओ कार्यालय को लिखा पत्र
गोकुलम केरल एफसी ने पीएमओ कार्यालय को लिखे पत्र में कहा है कि “हमारी टीम 16 अगस्त 2022 की तड़के कोझीकोड से ताशकंद, उज्बेकिस्तान पहुंची। आगमन पर हमने विभिन्न मीडिया आउटलेट्स के माध्यम से सुना कि फीफा ने अकऋऋ पर प्रतिबंध लगा दिया है। क्लब इसलिए तब तक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के हकदार नहीं हैं जब तक कि निलंबन हटा नहीं लिया जाता।”
“प्रतिष्ठित एएफसी महिला क्लब चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए, हमने 18 जून से 60 दिनों तक प्रशिक्षण लिया और 16 अगस्त 2022 को ताशकंद पहुंचे। एशियाई फुटबॉल परिसंघ ने 16 अगस्त, 2022 को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को एक पत्र भेजा, जिसमें कहा गया है कि हमारा क्लब अब एएफसी महिला क्लब प्रतियोगिता 2022 में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है।”
मानसिक और शारीरिक रूप से खराब हुई तैयारी
पत्र में आगे कहा गया कि “हालांकि, अकऋऋ ने हमारे क्लब को कोई मेल या पत्र नहीं भेजा है, यह अनुमान लगाते हुए कि फीफा द्वारा एक दो दिनों के भीतर प्रतिबंध हटा लिया जाएगा। हमारे क्लब की महिला फुटबॉल टीम में 21 की औसत उम्र के साथ 23 खिलाड़ी शामिल हैं। ताशकंद में मैदान पर उतरी, निराशा के साथ-साथ संकट के साथ, हमारी तैयारी मानसिक और शारीरिक रूप से खराब हो गई थी।”