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Air India Tata Airlines Interesting Facts मिट्टी के मकान से शुरू हुआ था एअर इंडिया का सफर

Amit Gupta • LAST UPDATED : October 8, 2021, 2:58 pm IST

Air India Tata Airlines Interesting Facts: मुंबई। जुहू के पास मिट्टी का एक मकान, उसके सामने रनवे के लिए इस्तेमाल होने वाला मैदान, सिंगल इंजन वाले दो हवाई जहाज, तीन मैकेनिक और दो पायलट। (Jehangir Ratanji Dadabhoy Tata Was An Indian Aviator)

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आजादी के बाद दुनिया भर में फैला बिजनेस (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

यह है आठ दशक पुरानी एअर इंडिया की कहानी। घाटे से जूझ रही एअर इंडिया बहुत जल्द बिकने वाली है। टाटा ग्रुप और स्पाइस जेट एअरलाइंस ने इसे खरीदने के लिए बोलियां लगाई हैं। एअर इंडिया किसके पास जाएगी, ये तो वक्त ही बताएगा। फिलहाल हम आपको बता रहे हैं- एअर इंडिया के 89 साल के दिलचस्प सफर की कहानी।

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फिर कैसे बनी बेचने की मजबूरी (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

15 अक्टूबर 1932 की सुबह 6 बजकर 35 मिनट। कराची के हवाई अड्डे पर खड़े सिंगल इंजन वाले ‘हैवीलैंड पस मोथ’ हवाई जहाज पर जेआरडी टाटा सवार हुए। रनवे पर विमान दौड़ाया और 10 सेकेंड में वो हवा से बातें करने लगा। थोड़ी देर बाद वो विमान अहमदाबाद में रुका, जहां ईंधन बैलगाड़ी पर लादकर लाया गया था। विमान ने अहमदाबाद से उड़ान भरी तो दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर बंबई के जुहू हवाई अड्डे पर लैंड किया। इस उड़ान में 25 किलो डाक चिट्ठियां थीं। यहीं से भारत में पैसेंजर फ्लाइट की शुरूआत हुई और पहली कंपनी बनी टाटा एअरलाइंस। 1933 में टाटा एअरलाइंस ने 1.60 लाख मील उड़ान भरी। 1939 में द्वितीय विश्व शुरू होने के बाद विमानों के पंख रुक गए और कंपनी पर संकट मंडराने लगा।

आजादी के बाद भारत सरकार ने खरीदा (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

द्वितीय विश्व युद्ध खत्म होने के बाद 29 जुलाई 1946 को टाटा एअरलाइंस पब्लिक कंपनी बन गई और इसका नाम बदलकर एअर इंडिया कर दिया गया। 1947 में आजादी मिलने के बाद सरकार ने एअर इंडिया में 49% हिस्सेदारी खरीद ली। इसके बाद 1953 में भारत सरकार ने एअर कॉपोर्रेशन एक्ट पास किया और देश की सभी एअरलाइंस का राष्ट्रीयकरण कर दिया। अब एअर इंडिया पूरी तरह से सरकारी कंपनी बन चुकी थी। 1960 में अपने बेड़े में बोइंग 707-420 एअरक्राफ्ट शामिल करने वाली पहली एअरलाइन बनी। कुछ ही सालों में एअर इंडिया दुनिया की पहली आल-जेट एअरलाइन बन गई। दुनिया के कई हिस्सों में एअर इंडिया की उड़ानें शुरू हो चुकी थीं।

लोगो जेआरडी टाटा ने खुद चुना (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

एअर इंडिया का शुरूआती लोगो जेआरडी टाटा ने खुद चुना था। ये धनु का निशान था, जो कोणार्क के एक गोले में धनुष चलाता दिख रहा था। शुरूआत से ही इसकी थीम लाल और सफेद रही है। 2007 में इसका लोगो बदल दिया गया। अब ये एक लाल रंग के उड़ते हुए हंस जैसा है, जिसमें कोणार्क चक्र लगा है। एअर इंडिया का शुभंकर महाराजा है। इसे 1946 में कंपनी के कॉमर्शियल डायरेक्टर बॉबी कूका और आर्टिस्ट जे वॉल्टर थॉम्पसन ने मिलकर बनाया था। इसके कुलीन लुक में एक देसीपन झलकता है। 2015 में इसका मेकओवर किया गया और इसे ज्यादा युवा दिखाया जाने लगा। धोती पगड़ी के साथ-साथ जींस और सूट भी पहनने लगा।

‘ट्रुली इंडियन’ ब्रांड इमेज पर फोकस (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

एअर इंडिया ने शुरूआती दिनों से ही ‘ट्रुली इंडियन’ वाली ब्रांड इमेज पर फोकस किया। 1947 में छपे एक न्यूजपेपर ऐड की लाइन थी कि अगर आप आजादी का जश्न मनाने सही समय पर पहुंचना चाहते हैं तो 140 रुपए की एअर इंडिया की टिकट खरीदिए। बाद के सालों में एक्ट्रेस जीनत अमान और एक्टर बिल फॉक्स भी विज्ञापनों में फीचर किए गए, जिससे लोगों का ध्यान खींचा जा सके। एअर होस्टेस को पारंपरिक भारतीय साड़ी में ब्रांड किया गया। एअर इंडिया की ये इमेज बदस्तूर जारी रही। हालांकि हालिया दिनों में इस स्ट्रैटजी से कंपनी को नुकसान भी उठाना पड़ा।

2007 के के बाद बिगड़े हालात (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

2007 में सरकार ने एअर इंडिया और इंडियन एअरलाइंस का मर्जर कर दिया था। मर्जर के पीछे सरकार ने फ्यूल की बढ़ती कीमत, प्राइवेट एअरलाइन कंपनियों की प्रतिस्पर्धा को वजह बताया था। हालांकि साल 2000 से लेकर 2006 तक एअर इंडिया मुनाफा कमा रही थी, लेकिन मर्जर के बाद परेशानी बढ़ गई। कंपनी की कमाई कम होती गई और कर्ज लगातार बढ़ता गया। कंपनी पर 31 मार्च 2019 तक 60 हजार करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज था।

एअर इंडिया बेचने की ये तीसरी कोशिश (Air India Tata Airlines Interesting Facts)

एअर इंडिया के विनिवेश की पहली कोशिश साल 2000 में वाजपेयी सरकार में हुई थी। इसके बाद 2018 में दूसरी कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार सरकार ने 2020 में एअर इंडिया की 100% हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया। 15 सितंबर 2021 तक टाटा और स्पाइसजेट ने इसे खरीदने के लिए बोली लगाई। अगर टाटा ये बोली जीतती है, तो एअर इंडिया की घर वापसी हो जाएगी। (Jehangir Ratanji Dadabhoy Tata Was An Indian Aviator)

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