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अगर ये 3 गलतियां नहीं करते अंग्रेज तो आज भी भारत पर कर रहे होते राज, आखरी वाली बन गई काल

Subham Srivastava • LAST UPDATED : October 18, 2024, 12:52 pm IST

India News (इंडिया न्यूज), Mistakes Of British In India : व्यापार करने के मकसद से भारत आई ईस्ट इंडिया कंपनी से शुरू हुआ ब्रिटिश शासन काल 1858 से 1947 तक चला। इस दौरान अंग्रेजों ने भारतीयों का जमकर उत्पीड़न किया। सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत को जमकर लूटा गया। लोगों से कर वसूला जाने लगा। अंग्रेजों ने भारत में सांस्कृतिक वर्चस्व की नीति भी अपनाई थी। उन्होंने भारतीय संस्कृति और मूल्यों को कमज़ोर करने की भी कोशिश की, इसके अलावा अग्रेंजों ने अपने शासनकाल के दौरान कुछ ऐसी गलतियां की जिसकी वजह से उनको भारत से अपना राज खत्म करके वापस जाना पढ़ा। तो चलिए जानते हैं वो कौन सी गलतियां थीं।

भारतीय सैनिकों का विद्रोह

ब्रिटिश सेना में इनफील्ड राइफलों के इस्तेमाल किया जाता था, इसके बाद फैसला लिया गया कि इसमें गाय व सुअर की चर्बी वाले कारतूस इस्तेमाल किए जाएंगे। इस फैसलें से भारतीय सैनिक नाराज थे। वो किसी भी हाल में गाय व सुअर की चर्बी से बने कारतूस इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे। भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश सरकार के सामने इस बात का विरोध भी किया लेकिन उन्होंने उनकी नहीं सुनी। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश सेना के खिलाफ भारतीय सैनिकों की बगावत सबसे पहले अंबाला से शरू हुई थी, जहां पर भारतीय सैनिक 60वीं और 5वीं पैदल रेजिमेंट ने विद्रोह कर दिया था।

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द्वितीय विश्व युद्ध का दिखा असर

भारत में ब्रिटिश शासन के कमजोर पड़ने के पीछे द्वितीय विश्व युद्ध भी एक अहम कड़ी हो सकती है। द्वितीय विश्व युद्ध में जहां एक तरफ नाजी जर्मनी था, तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के नेत्तव में कई देश एक मिल कर युद्ध लड़ रहे थे। इसमें ब्रिटेन भी शामिल था। इसकी वजह से ब्रिटेन काफी कमजोर पड़ गया था, जिसकी वजह से भारत में ब्रिटिश शासन कमजोर होता चला गया।

स्वतंत्रता सेनानियों ने हिलाई ब्रिटिश शासन की नींव

भारत में ब्रिटिश शासन ने आर्थिक शोषण की नीति अपनाई थी। इसके अंग्रेजों ने अलावा भारतीय संस्कृति और मूल्यों को कमज़ोर करने की कोशिश की। इसी के बाद ब्रिटिश शासन के खिलाफ जगह-जगह विरोध शुरू हो गया कई बड़े नेता जैसे की माहत्मा गांधी, जवाहर नहेरू, सुभाश चंद्र बोस और भगत सिंह आदि।स्वतंत्रता सेनानियों ने देश से अंग्रेजों को भगाने के लिए संघर्ष शुरू किया और आखिर में उन्हें भारत छोड़कर जाना पढ़ा।

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