India News (इंडिया न्यूज), Richest Temple In India: भारत में मंदिर न केवल आस्था का केंद्र हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एनएसएसओ) के अनुसार, देश में मंदिर अर्थव्यवस्था 3.02 लाख करोड़ रुपये (40 बिलियन डॉलर) की है। देश में पांच लाख से अधिक मंदिर हैं, जिनमें से कई को आस्था और चमत्कार के स्थान के रूप में भी स्थान दिया गया है। भक्त अपनी भक्ति और श्रद्धा के लिए मंदिरों में लाखों रुपये दान करते हैं।
हाल ही में खबर आई है कि अयोध्या में राम मंदिर से सरकार को अच्छी खासी कमाई हो रही है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय का कहना है कि मंदिर ने पिछले पांच सालों में सरकार को करीब 400 करोड़ रुपये का टैक्स दिया है।
10 गुना बढ़ी भक्तों की संख्या
चंपत राय ने कहा कि मंदिर में भक्तों की संख्या 10 गुना बढ़ गई है और यह पर्यटन का केंद्र बन गया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के जरिए सरकार को 270 करोड़ रुपये और अन्य करों के तहत 130 करोड़ रुपये दिए गए हैं। हालांकि, राम मंदिर देश का पहला मंदिर नहीं है, जहां से सरकार को इतना पैसा मिल रहा है। इसके अलावा भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनमें सिर्फ सोना ही चढ़ाया जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
ये है भारत का सबसे अमीर मंदिर
पद्मनाभ स्वामी मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में गिना जाता है। यह मंदिर तिरुवनंतपुरम शहर के बीचों-बीच स्थित है। इस मंदिर की देखभाल त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार द्वारा की जाती है। तिरुवनंतपुरम में स्थित इस मंदिर में सोने के आभूषण, सोने की मूर्तियां, हीरे, जवाहरात शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस मंदिर में 6 तिजोरियां हैं, जिनमें कुल 20 अरब डॉलर की संपत्ति है।
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खूफिया दरवाजों के पीछे निकल करोड़ों का दरवाजा
इतना ही नहीं, इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की सोने की मूर्ति विराजमान है, इसकी कीमत 500 करोड़ रुपये बताई जाती है। यह मंदिर साल 2011 में तब चर्चा में आया था, जब इसके 6 दरवाजे खोले गए और इन दरवाजों के अंदर अनगिनत सोने और हीरे के जवाहरात मिले थे। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मंदिर के सातवें दरवाजे को खोलने की इजाजत नहीं दी। ऐसा माना जाता है कि यह दरवाजा सबसे ज्यादा खजाने से भरा हुआ है। रिपोर्ट की मानें तो यहां हर साल करीब 1000 करोड़ रुपये का चढ़ावा आता है।