India News (इंडिया न्यूज़), Anil Thakur, Himachal News हिमाचल : पहले वित्तिय संकट और फिर आसमान से बरसी सदी की सबसे बड़ी आपदा से बिना डरे हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश की जनता की भलाई के लिए दिन रात डटे हुए हैं। साथ ही सत्ता में आने के बाद अपने निर्णयों के लिए लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। पहले सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का तोहफा और प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपए हर महीने देने का वादा पूरा किया। उसके बाद सदी की सबसे बड़ी आपदा में पूरी सरकार ने ग्राउंड पर उतरकर ऐसा काम किया कि वर्ल्ड बैंक, नीति आयोग के बाद बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार तक ने मुख्यमंत्री की पीठ थपथपा दी ।

भ्रष्टाचार पर सीएम की जीरो टोलरेंस

तबादलों में रोटेशन पॉलिसी और भ्रष्ट नौकरशाहों की लिस्ट बनाने के फैसले के बाद ये साफ हो गया की भ्रष्टाचार पर सीएम की जीरो टोलरेंस नीति है। हमीरपुर में मुख्यमंत्री संबल योजना का तोहफा प्रदेश को देने पहुंचे CM सुक्खू ने बेरोजगारों को तोहफा देते हुए 10 हजार पदों को भरने का ऐलान अपने गृह जिले से कर दिया। पेपर लीक मामले में भष्ट कर्मचारी चयन आयोग की जगह पर अब दो महीने में राज्य चयन आयोग गठित कर, जल्द ही 10 हजार पदों को भरने के निर्देश दिए गए हैं।

अब हिमाचल में पेपर लीक नहीं होंगें

साथ ही सीएम सुक्खू ने साफ कर दिया की अब हिमाचल में पेपर लीक नहीं होंगें। पहले से ज्यादा पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए अधिकारियों को कहा हैं। नए आयोग में सभी परीक्षाएं कंप्यूटर प्रणाली से ही होंगी ताकि भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके। नए आयोग के माध्यम से 6 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी, पुलिस विभाग में 1200 पद भरे जाएंगे वहीं वन विभाग में 3 हजार वन मित्रों की भर्ती भी होगी ।

सभी गारंटियों को पूरा करेगी सरकार

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि आने वाले पांच साल में हिमाचल सरकार एक उदाहरण पेश करेगी और हिमाचल को पूरे देश में एक रोल मॉडल राज्य की तरह देखा जाएगा । गारंटियों के बूते सत्ता में आई कांग्रेस पांच साल में अपनी सभी गारंटियों को पूरा करेगी और प्रदेश के साथ-साथ नादौनवासियों से भी उन्हे भरपूर प्यार मिला है वो उनके हमेशा उनके ऋणी रहेंगे।

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