India News (इंडिया न्यूज), Piece Of Lizard In Singare: सड़क पर छोटे बच्चे के कदम बढ़ते ही उसकी एक मासूम सी जिद शुरू हो गई – उसे सिंगारा खाना था। परिवार ने बच्चे की इस मांग को नकारना उचित नहीं समझा और सड़क किनारे स्थित सुरेश होटल से सिंगारा खरीद दिया। उस समय यह एक साधारण सा निर्णय लग रहा था, लेकिन वही सिंगारा बच्चे की तबियत पर भारी पड़ गया।
सिंगारे में छिपकली का टुकड़ा
जैसे ही बच्चा सिंगारा खाने लगा, उसके परिवार के किसी सदस्य की नजर सिंगारे के अंदर के मसाले पर पड़ी। यह देख सभी हैरान रह गए क्योंकि सिंगारे के अंदर छिपकली का सिर था, जबकि उसका बाकी हिस्सा बच्चे ने खा लिया था। इससे बच्चे को उल्टी, पेट दर्द और अन्य गंभीर समस्याएं होने लगीं।
हालत बिगड़ने पर परिवार ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को गंभीर बताया।
जांच में खुले कई राज
यह घटना मध्य प्रदेश के रीवा जिले की है और गुरुवार की रात को हुई। घटना के बाद परिवार ने तुरंत होटल के मालिक से शिकायत की, लेकिन उनका रवैया असंवेदनशील था और उन्होंने घटना को नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद परिवार ने खाद्य विभाग में शिकायत की।
खाद्य विभाग की टीम ने जब सुरेश होटल पर छापा मारा तो वहां की स्थिति चौंकाने वाली थी। होटल में खाने की सामग्री अस्वच्छ वातावरण में तैयार की जा रही थी, जिससे सेहत के लिए खतरे का संकेत मिला। खाद्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए होटल का लाइसेंस रद्द कर दिया।
होटल में गंदगी का आलम और अस्वास्थ्यकर खाना
जांच में यह भी पाया गया कि पादरा रोड पर स्थित सुरेश होटल में सुबह-शाम लोगों की भीड़ रहती थी। वहां सफाई का अभाव था और खाने की सामग्री बगैर उचित देखरेख के बनाई जा रही थी, जिससे ग्राहकों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा था।
पुलिस और खाद्य विभाग की कार्रवाई
घटना के बाद होटल ऑपरेटर के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज की गई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। परिवार की शिकायत और खाद्य विभाग की जांच के आधार पर होटल मालिक पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
सीख
इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि सड़क किनारे के खाने के प्रति सतर्कता बरतनी चाहिए। किसी भी अस्वच्छ वातावरण में बने भोजन का सेवन बच्चों और बड़ों, दोनों की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह परिवारों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे भोजन खरीदते समय उसकी गुणवत्ता और सफाई का खास ध्यान रखें।
उपभोक्ता और प्रशासन
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को भी कठोर कदम उठाने की जरूरत है। खाद्य विभाग को लगातार निरीक्षण करते रहना चाहिए ताकि ऐसी दुकानें बंद हों और लोगों की सेहत सुरक्षित रहे। वहीं, ग्राहकों को भी अपनी जागरूकता बढ़ानी होगी और जहां भी अनियमितता दिखाई दे, तुरंत अधिकारियों को सूचित करना चाहिए।