India News (इंडिया न्यूज), Muhammad Ali Jinnah: 22 अप्रैल का दिन भारत के लोगों के लिए भूलना बेहद ही मुश्किल है। वहीँ इस दिन जो हिमाकत पकिस्तान ने की है उसके बाद भारत ने पाक के लिए बाकी दिन आजाब बना दिए हैं। वहीँ पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गहराता जा रहा है और इस समय हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच जबरदस्त तकरार है और दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं।
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MUHAMMAD ALI JINNAH
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का कारण ‘धर्म’,है। जी हाँ ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्यूंकि धर्म पूछ-पूछकर पहलगाम में 26 लोगों को बेरहमी से मार दिया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान का जन्म भी धर्म के आधार पर ही हुआ था। आपकी जानकारी के लिए बता दें, पाकिस्तान के कायद-ए-आजम या संस्थापक मुहमम्द अली जिन्ना ने मुस्लिमों के लिए अलग देश की मांग की और इसी आधार पर भारत का बंटवारा भी हो गया। लेकिन जो बात आज हम आपको बताएंगे उसे जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। जिस जिन्ना ने मुसलमानों को उनका मसीहा बनकर दिखाया, उसकी जड़ें हिन्दू परिवार से जुड़ी थी।
जी हाँ, मोहम्मद अली जिन्ना का सनातन धर्म से एक गहरा रिश्ता है। ऐसा इसलिए क्यूंकि पाकिस्तान के संस्थापक कहे जाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना के पूर्वज हिंदू हुआ करते थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें जिन्ना के पिता का नाम जेनाभाई और दादा का नाम प्रेमजीभाई मेघजी ठक्कर था। वहीँ प्रेमजीभाई मेघजी का मछली का बड़ा कारोबार था और वो इस कारोबार की वजह से काफी मालदार हुआ करते थे,लेकिन लोहाना जाति से होने के कारण समुदाय में उनके कारोबार को पसंद नहीं किया जाता था। क्योंकि इस जाति के लोग शाकाहारी थे।
लेकिन जिन्ना के दादा, प्रेमजीभाई मेघजी ने कारोबार नहीं छोड़ा। तमाम आलोचनाओं के बावजूद वे अपनी जाति और कारोबार में बने रहे। लेकिन उनके बेटे पुंजालाल को अपने पिता का अपमान बर्दाश्त नहीं हुआ और गुस्से में उन्होंने अपनी पत्नी और चार बच्चों का धर्म बदल दिया और मुसलमान बन गए। लेकिन प्रेमजीभाई मेघजी हिंदू ही रहे।