India News (इंडिया न्यूज)Karni Sena: राजपूत ठेकेदार करणी सेना एक बार फिर अपने आक्रामक रुख के लिए चर्चा में है। राणा सांगा पर विवादित बयान देने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के आगरा स्थित घर पर हमला कर करणी सेना खबरों की सुर्खियां बन गई है। रामजी लाल ने राणा सांगा को देशद्रोही कहा था। करणी सेना को यह बयान पसंद नहीं आया और उसके कार्यकर्ताओं ने देश में जगह-जगह सपा और रामजी के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। बुधवार को उनका गुस्सा और भड़क गया। प्रदर्शनकारी रामजी के घर बुलडोजर लेकर पहुंच गए।
उनकी पुलिस से झड़प भी हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया हो। इससे पहले वह दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावती और पुष्पा-2 जैसी फिल्मों का विरोध कर चुकी है। इतना ही नहीं, उसने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को एक करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम देने का भी ऐलान किया है। करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करने से पहले आइए जानते हैं कि करणी सेना का मुखिया कौन है और यह कब अस्तित्व में आई।
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इसकी स्थापना कब और किसने की?
करनी सेना राजपूतों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाती है। इसका आधार राजस्थान में है। लोकेंद्र सिंह कालवी ने इसकी स्थापना की। महिपाल मकराना, विश्वबंधु सिंह राठौर इसका नेतृत्व करते हैं। इसका नाम करणी माता के नाम पर पड़ा। लोकेंद्र सिंह ने राजपूतों में एकता लाने के लिए 2005 में इसका गठन किया। इसके पहले अध्यक्ष अजीत सिंह थे। 2008 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में करणी सेना ने कांग्रेस का समर्थन किया था। उस समय कालवी कांग्रेस से जुड़े थे और अजीत सिंह कांग्रेस से टिकट चाहते थे।
अजीत सिंह के मुताबिक कालवी उनके बढ़ते राजनीतिक प्रभाव से चिंतित थे, जिसके चलते दोनों नेताओं के बीच मतभेद पैदा हो गए और गुट में फूट पड़ गई। अजीत सिंह ने करणी सेना छोड़कर नया गुट बना लिया। तब से करणी सेना के कई गुट बन चुके हैं, जिनमें श्री राजपूत करणी सेना, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, करणी सेना प्रमुख हैं।
कब हुआ था हंगामा?
जोधा अकबर- फिल्म जोधा अकबर 2008 में रिलीज हुई थी। करणी सेना ने इस फिल्म का विरोध किया था। करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा था कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। कालवी ने कहा कि उस समय विरोध के बाद कुछ सालों तक किसी ने राजपूत समुदाय की भावनाओं से छेड़छाड़ करने की हिम्मत नहीं की।
इसी करणी सेना ने दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावती का भी विरोध किया था। जयपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान करणी सेना के सदस्यों ने निर्देशक संजय लीला भंसाली पर हमला किया और मारपीट भी की। उनका आरोप था कि निर्देशक फिल्म की स्क्रिप्ट से छेड़छाड़ कर रानी पद्मावती को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रकाश झा को भेजा नोटिस
करणी सेना प्रकाश झा की फिल्म आश्रम को लेकर भी नाराज थी। हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए प्रकाश झा को कानूनी नोटिस भेजा था। कहा गया था कि आश्रम वेब सीरीज के पहले सीजन में कई आपत्तिजनक सीन दिखाए गए थे, जिससे हिंदू रीति-रिवाजों में आश्रम की छवि खराब हो रही थी। वे आश्रम-2 का भी विरोध कर रहे थे।
लॉरेंस बिश्नोई की जान की प्यासी
करनी सेना लॉरेंस बिश्नोई की जान की प्यासी है। उसने ऐलान किया है कि बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को एक करोड़ से ज्यादा का इनाम दिया जाएगा। दरअसल, करनी सेना लॉरेंस बिश्नोई से सुखदेव सिंह गोगामड़ी की हत्या का बदला लेना चाहती है। सुखदेव सिंह गोगामड़ी करनी सेना के अध्यक्ष थे, उनकी हत्या कर दी गई थी। बिश्नोई गैंग के गोल्डी बरार ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि गोगामड़ी उनके काम में दखल दे रहा था और इसके लिए उसे 2-3 बार चेतावनी भी दी गई थी। जब वह नहीं माना तो लॉरेंस के गुर्गों ने घर में घुसकर उसे गोली मार दी।
करणी सेना ने पुष्पा-2 फिल्म का भी विरोध किया है। उसे शेखावत शब्द पर आपत्ति थी। करणी सेना ने फिल्म निर्माता से शेखावत शब्द हटाने की मांग की थी। करणी सेना ने फिल्म के निर्माता सुकुमार को पीटने और जान से मारने की धमकी दी थी। उसकी ओर से कहा गया था कि पुष्पा 2 में शेखावत का नकारात्मक किरदार फिर से क्षत्रियों का अपमान है, निर्माता की जल्द ही पिटाई की जाएगी। पुष्पा-2 फिल्म पुष्पा-1 का सीक्वल है।