Lakhimpur Kheri Case Ashish Mishra Say Kya Puchtach Hui:
लखनऊ। लखीमपुर हिंसा के सातवें दिन मुख्य आरोपी आशीष शनिवार को क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुआ। लखीमपुर घटना के पांच दिन के बाद आज केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे और हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र से सुबह 10 बजकर 37 मिनट से क्राइम ब्रांच आफिस में पूछताछ शुरू हुई। उसने रुमाल से उसने अपना मुंह छिपा रखा था। पुलिस उसे क्राइम ब्रांच के पिछले दरवाजे से भीतर ले गई।
पिछले 6 घंटे से आशीष से मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान दर्ज किया जा रहा है। आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील और मंत्री अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद हैं।
आशीष मिश्र से कई घंटों तक लंबी पूछताछ की गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 40 सवालों की फेहरिस्त तैयार की थी, जिन्हें लेकर आशीष मिश्र से पूछताछ की गई। बताया यह भी जा रहा है कि अशीष मिश्र अपने साथ वे सबूत लेकर गए थे, जिसमें उन्होंने दावा किया वह उस जगह मौजूद नहीं थे, जहां हिंसा हुई।
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आशीष से 6 लोगों की टीम ने पूछताछ की। लखीमपुर में क्राइम ब्रांच के दफ्तर में आशीष मिश्रा से मजिस्ट्रेट के सामने सवाल-जवाब हुए हैं। पूछताछ में डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी पूछताछ में शामिल हैं। आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए। उन्होंने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वो काफिले के साथ नहीं था, दंगल मैदान में था।
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वहीं, दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने मांग की है कि को मंत्री पद से हटाने के साथ गिरफ्तार करने, आशीष मिश्रा को भी गिरफ्तार करने की मांग की है, एसकेएम ने इस घटना को लेकर आगे के कार्यक्रमों का भी ऐलान किया।
लखीमपुर में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने बीजेपी दफ्तर की बालकनी में आकर समर्थकों से शांत कराया। उन्होंने कहा कि बेटा पूछताछ के लिए गया है। इस सरकार में निष्पक्ष जांच होगी। ऐसी-वैसी कोई बात होगी तो हम आपके साथ हैं। अजय मिश्रा के इस बयान को एक तरह से गिरफ्तारी की स्थिति में सरकार के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है।
इधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने अपना मौन व्रत तोड़ दिया है। सिद्धू शुक्रवार को लखीमपुर पहुंचे थे। सिद्धू पहले हिंसा में मारे गए किसान लवप्रीत और फिर पत्रकार रमन के यहां पहुंचे। उन्होंने लिखकर कहा था कि जब तक केंद्रीय मंत्री का आरोपी बेटा गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता, तब तक मौन धारण कर भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे। सिद्धू करीब 20 घंटे से मौन व्रत पर थे।
टिकैत ने शनिवार को नई दिल्ली में कहा कि वह उन्हें अपराधी नहीं मानते, जिन्होंने लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या की क्योंकि उन्होंने तो प्रदर्शनकारियों के ऊपर एसयूवी कार चढ़ाए जाने की प्रतिक्रिया में ऐसा किया। संवाददाताओं द्वारा यहां पूछे गए एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में कारों के एक काफिले ने चार किसानों को रौंद दिया, जिसके जवाब में भाजपा के दो कार्यकर्ता मारे गए। यह हत्याएं एक्शन का रिएक्शन थी। मैं हत्या में शामिल लोगों को अपराधी नहीं मानता।
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