इंडिया न्यूज, मुंबई:
Lakhimpur Kheri Impact in Maharashtra: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा को लेकर पूरे देश में जोर जोर से राजनीति हो रही है। सारे विपक्षी दल एक साथ इस मामले में केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार को घेरने में जुट गए हैं। सभी दल अपने आप को किसानों का मसीहा साबित करने में जुट गए हैं।
इसी कड़ी में महाराष्ट्र (Lakhimpur Kheri Impact in Maharashtra) के मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने बताया है कि लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना के खिलाफ महाविकास अघाड़ी (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन) ने 11 अक्टूबर को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि महाराष्ट्र कैबिनेट (Lakhimpur Kheri Impact in Maharashtra) ने उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी हिंसा में हुई किसानों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया।
शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि लखीमपुर खीरी में दुखद घटना हुई है। राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं। प्रयंका गांधी जी को गिरफ्तार किया है, ऐसे समय में उनसे मिलना बहुत जरूरी है। अगर कानून सबके लिए समान है तो प्रियंका गांधी जेल में क्यों हैं और मंत्री खुले घूम रहे हैं।
लखीमपुर खीरी मामले पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग में जैसी स्थिति थी, वैसी ही आज यूपी में हो गई है। किसान ये कभी नहीं भूलेगा। केंद्र सरकार को असंतोष का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा है कि भाजपा सरकार के काफिले ने किसानों की हत्या की है। किसानों की हत्या के लिए यूपी सरकार और केंद्र सरकार जिम्मेदार है।