India News (इंडिया न्यूज), Ban On Muslims entry in Mahakumbh 2025 : प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। योगी सरकार ने भी महाकुंभ को और भी भव्य बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। माना जा रहा है कि इस महाकुंभ में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। इस बार 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के स्वागत के लिए 34 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश किया गया है। इस आयोजन में दुनिया के 100 से ज्यादा देशों से लोग पहुंचेंगे। कई देशों के राष्ट्रपति भी महाकुंभ की रौनक देखने आएंगे। लेकिन महाकुंभ को लेकर संत समाज के एक फैसले ने मुस्लिम समुदाय की नींद उड़ा दी है। दरअसल, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है।
सदमे में है मुसलमान व्यापारी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की इस मांग के बाद मुस्लिम समुदाय काफी नाराज है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा कि यह अफसोस की बात है और चौंकाने वाली भी कि कुंभ में मुसलमानों की दुकान नहीं लगेगी। वहीं मुस्लिम धर्मगुरु काजी अनस अली ने कहा, ‘मुसलमानों को नमाज नहीं पढ़ने दी जा रही है। मुसलमानों को कोई काम नहीं करने दिया जा रहा है, वे कहां जाएं। अब अगर कोई मुसलमान महाकुंभ में व्यापार करना चाहता है तो उसे भी नहीं करने दिया जा रहा है।’ लेकिन इस बीच संत समाज महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने पर अड़ा हुआ है।
कुंभ से होने वाली कमाई
वर्ष 2019 के कुंभ में सरकार का खर्च 4200 करोड़ रुपये था और कुंभ मेले से व्यापार 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये था। इस कुंभ में करीब 23 करोड़ लोग आए थे। इस बार महाकुंभ 2025 में प्रयागराज आने वाले लोगों की संख्या 40 करोड़ को पार कर सकती है और माना जा रहा है कि इस लिहाज से महाकुंभ 2025 की अर्थव्यवस्था 2 से 3 लाख करोड़ हो सकती है। इस अर्थव्यवस्था में छोटे व्यापारियों को भी काफी फायदा होने वाला है। लेकिन मुस्लिम व्यापारी इसका फायदा नहीं उठा पाएंगे। कुंभ की अर्थव्यवस्था से यूपी की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रयागराज को सजाने में जुटा प्रशासन
महाकुंभ को और भी भव्य बनाने के लिए श्रद्धालुओं के लिए 7000 से ज्यादा बसों का इंतजाम किया जाएगा..1.5 लाख से ज्यादा शौचालय लगाए जाएंगे..10 हजार से ज्यादा कर्मचारी सफाई का जिम्मा संभालेंगे। रेलवे स्टेशन का क्षेत्रफल भी बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के अलग-अलग स्टेशनों से करीब 900 स्पेशल ट्रेनें चलाएगा।