India News (इंडिया न्यूज), Religion Conversion Rate India-Pakistan: धर्म परिवर्तन को लेकर पूरी दुनिया में बातें होती रहती हैं। लोग किसी निजी, सामाजिक या वैचारिक कारण से अपना धर्म बदल लेते हैं या कई बार खुद को किसी धर्म से अलग भी कर लेते हैं। हाल ही में प्यू रिसर्च सेंटर ने इस विषय पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें भारत समेत कई देशों में धर्म परिवर्तन की स्थिति का विश्लेषण किया गया है। प्यू रिसर्च सेंटर की इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत उन देशों में शामिल है, जहां बहुत कम संख्या में लोग अपना धर्म छोड़ते या बदलते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 95 फीसदी से ज्यादा युवाओं ने माना है कि वे अभी भी उसी धर्म को मानते हैं, जिसमें उनका जन्म हुआ है। इससे पता चलता है कि देश की ज्यादातर आबादी अपने पारंपरिक धर्म से जुड़ी हुई है।
दूसरी तरफ भारत में सिर्फ 2 फीसदी लोग ही ऐसे पाए गए हैं, जिन्होंने बचपन में अपना धर्म छोड़कर दूसरा धर्म अपनाया है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत में धर्म परिवर्तन की घटनाएं अपेक्षाकृत कम हैं, हालांकि कुछ राज्यों में ईसाई धर्म अपनाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। अब पाकिस्तान की बात करें तो वहां धर्म परिवर्तन के आंकड़े इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से नहीं दिए गए हैं। हालांकि, पाकिस्तान से अक्सर हिंदुओं और अन्य गैर-मुस्लिम समुदायों के धर्म परिवर्तन की खबरें आती रहती हैं।
Religion Conversion Rate India-Pakistan
पाकिस्तान की जनगणना के आंकड़ों पर गौर करें तो 2017 में मुस्लिम आबादी 96.47 प्रतिशत थी, जो 2023 में घटकर 96.35 प्रतिशत हो गई। यह मामूली गिरावट भले ही कोई बड़ा बदलाव न लगे, लेकिन यह इस बात का संकेत जरूर देती है कि बदलाव की प्रक्रिया जारी है। अगर तुलना करें तो प्यू रिपोर्ट के अनुसार भारत में धर्म परिवर्तन की संख्या पाकिस्तान से ज्यादा लगती है, लेकिन इसका चलन बहुत सीमित है। वहीं, पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन के मामलों पर स्पष्ट आंकड़े न होने के कारण तुलना पूरी तरह संभव नहीं है। इस रिपोर्ट से साफ है कि भारत में बड़ी संख्या में लोग अपने जन्म के धर्म से जुड़े हुए हैं और धर्म परिवर्तन की घटनाएं बहुत कम हैं।