India News (इंडिया न्यूज), White Gold Reserves: दुनियाभर में वैज्ञानिक रिसर्च करते रहते हैं। कहीं कोई वैज्ञानिक बीमारियों से लड़ने के लिए दवाइयां बनाता है, तो कहीं विशेषज्ञ जमीन खोदकर प्राचीन काल के जीवन के बारे में जानना चाहते हैं। जमीन की खुदाई के दौरान कई ऐसी रहस्यमयी चीजों के बारे में जानकारी मिलती है, जो हजारों साल पहले हुआ करती थीं। इस दौरान खजाने भी मिलते हैं। लेकिन आज हम आपको एक झील की खुदाई के दौरान मिले खजाने के बारे में बताने जा रहे हैं।
दरअसल, अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित साल्टन झील की जब वैज्ञानिक खुदाई कर रहे थे, तो उन्हें 540 अरब डॉलर (4,56,17,04,65,88,000 रुपये) का खजाना दिखा। यह खजाना कुछ और नहीं बल्कि ‘सफेद सोने’ का भंडार था, जिसे देखकर उनकी आंखें खुशी से चमक उठीं। लिथियम को ‘सफेद सोना’ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह सफेद रेत की तरह दिखता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल्टन सागर कैलिफोर्निया की सबसे बड़ी झील मानी जाती है। ऊर्जा विभाग द्वारा वित्तपोषित शोध के तहत वैज्ञानिक इस झील का अध्ययन कर रहे थे। इस अध्ययन का मकसद यह पता लगाना था कि झील के तल में कितनी मात्रा में लिथियम है। वैज्ञानिकों ने शुरुआत में माना था कि झील के अंदर संभवतः 4 मिलियन टन लिथियम हो सकता है। लेकिन जैसे ही ड्रिलिंग मशीन से खुदाई शुरू हुई, उनका अनुमान गलत साबित होने लगा। अब विशेषज्ञों का मानना है कि झील में 18 मिलियन टन तक लिथियम जमा हो सकता है, जो अनुमानित मात्रा से कहीं ज्यादा है। इस सफेद सोने यानी लिथियम की खोज से अमेरिका को काफी फायदा होने वाला है।
बनारसी बिकिनी में लखनवी दुल्हन? शादी के मंडप से वायरल हुई ऐसी तस्वीर, सच्चाई जान रह जाएंगे हैरान!
विशेषज्ञों के मुताबिक साल्टन झील में इतना लिथियम पाया गया है कि इससे 382 मिलियन इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियां बनाई जा सकती हैं और अमेरिका चीन से आगे निकलकर रसायनों के क्षेत्र में अग्रणी देश बन जाएगा। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में जियोकेमिस्ट्री के प्रोफेसर माइकल मैककिबेन ने कहा, ‘यह दुनिया के सबसे बड़े लिथियम भंडारों में से एक है, जो अमेरिका को लिथियम के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर बना सकता है।’ वहीं, कैलिफोर्निया के तत्कालीन गवर्नर गेविन न्यूसम ने पहले साल्टन झील को लिथियम के मामले में अमेरिका का सऊदी अरब कहा था।
लेकिन अब इस नई खोज का मतलब है कि यह झील दुनिया में लिथियम का सबसे बड़ा स्रोत है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह भंडार इतना है कि अमेरिका में वर्तमान में चल रहे सभी वाहनों की बैटरियां आसानी से बनाई जा सकती हैं। वैसे आपको बता दें कि भले ही यह खबर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, लेकिन यह मामला करीब 1 साल पुराना है, जब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इससे जुड़ी खबरें प्रकाशित हुई थीं।
जेल से छूटते ही खुशी में कैदी करने लगा ब्रेक डांस, लोगों ने कहा भाई तू डांस इंडिया डांस…
2025 का पहला बड़ा तूफान पहले से ही यात्रा पर कहर बरपा रहा है, कैनसस…
Unhealthy Gut: शरीर के अंदरूनी अंगों में आंत का बहुत महत्व है, अगर यह स्वस्थ…
India News (इंडिया न्यूज), Tigress Death: मध्य प्रदेश में सिवनी जिले के मोगली सेंचुरी और…
Petrol Diesel Price Today: मई 2022 से पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ…
India News (इंडिया न्यूज), CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान 13.71 डिग्री सेल्सियस और…
Numerology 6 January 2025: आज पौष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि और सोमवार है। सप्तमी…