India News (इंडिया न्यूज), Viral Video: नदिया जिले के हरिंगघाटा स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान कक्षा में एक महिला प्रोफेसर दुल्हन के वेश में नजर आईं और दूल्हा प्रथम वर्ष का छात्र था। प्रोफेसर और छात्रा द्वारा एक-दूसरे के गले में फूलों की माला पहनाने का दृश्य अन्य छात्रों ने अपने मोबाइल फोन में कैद कर लिया। प्रथम वर्ष की छात्रा ने प्रोफेसर की मांग में सिंदूर भी भरा। इन फोटो और वीडियो के वायरल होने के बाद बवाल मच गया है।
प्रोफेसर को भेजा गया छुट्टी पर
इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर सह विभागाध्यक्ष को छुट्टी पर भेज दिया है, जिनकी शादी की तस्वीरें वायरल हो गई हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, जिस फोटो और वीडियो ने बवाल मचाया है, वह अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हरिंगघाटा परिसर में ‘एप्लाइड साइकोलॉजी’ विभागाध्यक्ष और प्रथम वर्ष का छात्र है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, मंगलवार (28 जनवरी, 2025) को विभागाध्यक्ष लाल बनारसी साड़ी पहनकर विश्वविद्यालय आईं। उसके हाथों में रजनीगंधा और गुलाब के फूलों की माला थी। प्रथम वर्ष के छात्र ने कक्षा में ही मैडम की मांग में सिंदूर भरा और एक-दूसरे को माला पहनाई। इस दौरान छात्रा ने कंधे पर शॉल रखी थी, जिसकी एक डोरी प्रोफेसर की साड़ी के पल्लू से बंधी थी, ठीक वैसे ही जैसे शादी-ब्याह और शुभ अवसरों पर पति-पत्नी का जोड़ा बांधा जाता है।
वीडियो हो रहा वायरल
इस घटना को कक्षा के अन्य छात्रों ने भी देखा। उनमें से कुछ ने तस्वीरें खींच लीं, तो कुछ ने वीडियो बना लिया, जो कुछ ही देर में वायरल हो गया। इसके बाद बहस शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि वीडियो देखने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन-फानन में विभागाध्यक्ष सह प्रोफेसर को छुट्टी पर भेज दिया है। इसके अलावा, उक्त प्रथम वर्ष का छात्र भी लापता है। घटना को लेकर उसके सहपाठी अवाक हैं।
विश्वविद्यालय ने शुरू की जांच
विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति तपस चक्रवर्ती ने बताया कि, विभागाध्यक्ष के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। उनसे कक्षा में अपने व्यवहार के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने मौखिक रूप से कहा कि उन्होंने किसी प्रोजेक्ट के लिए क्लास में नाटक किया था। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि अगर एक-दूसरे को माला पहनाना और सिंदूर लगाना किसी स्टडी प्रोजेक्ट का हिस्सा था और पूरा मामला ड्रामा था, तो विभागाध्यक्ष को छुट्टी पर क्यों भेजा गया।