इंडिया न्यूज़:– ट्विटर का कार्यभार संभालने के बाद एलन मस्क लगातार बड़े बदलाव कर रहे हैं, अब covid-19 मिस इनफार्मेशन पालिसी में बड़े बदलाव हुए हैं. ट्विटर ने अपनी कोविड-19 मिस इंफॉर्मेशन पॉलिसी को लागू करने से रोकने का फैसला किया है. जिससे जन स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स के बीच चिंता पैदा हो गई है. उनका मानना है कि इस बदलाव के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। विशेषज्ञों को आशंका है कि इससे कोविड-19 टीकाकरण और संक्रमण से निपटने के कई प्रयास बाधित हो सकते हैं।
ट्विटर ने अपनी पॉलिसी को किया अपडेट
ट्विटर ने अपनी पॉलिसी को अपडेट किया है और इस बात की जानकारी दी है कि 23 नवंबर 2022 से ये पालिसी प्रभावी है. ट्विटर अब COVID-19 भ्रामक सूचना नीति को लागू नहीं कर रहा है. हालांकि, ट्विटर ने घोषणा की है कि यह नीति अब उपयोगकर्ताओं पर लागू नहीं की जा रही है.आपको बता दें कि कोविड गलत सूचना नीति आखिरी बार जनवरी 2021 में अपडेट की गई थी. एलन मस्क के सोशल मीडिया कंपनी को संभालने के कुछ हफ्तों बाद यह फैसला लिया गया.
मेडिकल एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता
चिकित्सक डॉ. सिमोन गोल्ड ने चिंता जाहिर करते हुए ट्वीट किया और कहा कि, इस नीति का इस्तेमाल वायरस और इलाज के विकल्पों को लेकर मीडिया की अवधारणा पर सवाल उठाने वाले दुनियाभर के लोगों को चुप कराने के लिए किया गया था। उन्होंने इस कदम को अभिव्यक्ति की आजादी और चिकित्सकीय स्वतंत्रता की जीत करार दिया। हालांकि, कोविड-19 रोधी टीकों की सुरक्षा को लेकर झूठे दावों को न हटाने के ट्विटर के फैसले ने कई जन स्वास्थ्य अधिकारियों को निराश किया है।महामारी विज्ञानी एरिक फीगल-डिंग के अनुसार, यह एक बुरी खबर है. उन्होंने लोगों से ट्विटर पर बने रहने और वायरस के बारे में सच्ची जानकारी के लिए लड़ने के बजाय छोड़ने के लिए कहा है. मस्क ने कई ऐसे व्यक्तियों के ट्विटर अकाउंट को बहाल किया है, जिन्होंने कोविड के बारे में गलत जानकारी दी थी. ऐसे ट्विटर अकाउंट में मार्जोरी टेलर ग्रीन का ट्विटर अकाउंट भी शामिल हैं, जिनके पर्सनल ट्विटर अकाउंट को पहले 2022 में ट्विटर के COVID दिशानिर्देशों को लगातार तोड़ने पर निलंबित कर दिया गया था.