इंडिया न्यूज ( दिल्ली ) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबा ने आज सुबह करीब 3.30 बजे आखिरी सांस ली. वो पिछले कई दिनों से बीमार चल रहीं थी. दो दिन पहले ही उनको अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज तड़के सुबह अस्पताल प्रशासन ने मां हीराबेन के निधन की सूचना दी. मां को आखिरी विदाई देने पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंचे जहां पर उन्होंने मां को नम आंखो से मुखाग्नि दी. इस दौरान पीएम मोदी भावुक रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां ने 18 जून 2022 को अपना 100वां जन्मदिन मनाया था. इस अवसर पर पीएम मोदी ने मां हीराबा को लेकर एक ब्लाग लिखा था और मां की कुछ अनसुनी कहानियों को साझा किया था. पीएम ने इस ब्लाग मे मां की आदतों को लेकर साथ ही अपने परिवार और अपने मित्र अब्बास के प्रति मां के प्यार का जिक्र करते हुए कई बातों को रखा. पीएम मोदी ने इस ब्लाग मे लिखा कि वो मेरे सारे दोस्तो का देखभाल मां की तरह ही करती थी.
अब्बास की पसंद का हीराबेन रखती थी ध्यान
पीएम मोदी ने अपने ब्लाग में लिखा कि मां हमेशा दोस्त अब्बास का ध्यान रखती थी. अब्बास की पसंद का खाना वो हमेशा बनाया करता थी. इस ब्लाग में पीएम मोदी ने बताया कि अब्बास पहले गांव में रहता था लेकिन उसके पिता कीअसमय मौत हो गई जिसके बाद मेरे पिता अब्बास को अपने साथ गांधीनगर लेकर आए. यहां आने के बाद मां अब्बास के लिए ईद के खास अवसर पर खास पकवान बनाया करता थी जो कि अब्बास को काफी पसंद था. आपको बता दें कि जब पीएम मोदी ने अपने इस ब्लाग में अब्बास की चर्चा की थी उसके बाद वो सुर्खियों में आ गए थे.
साधु-संतो को लेकर था काफी लगाव
पीएम मोदी ने बताया कि मां हीराबा धार्मिक प्रवृत्ति की थी. साधु-संतो को लेकर उनके मन में एक अलग भाव था. हमेशा वो साधु संतो को भोजन कराया करती थी साथ ही उनसे अपने बच्चों के लिए आशीर्वाद भी मांगा करती थी. मां कहती थी कि बच्चों को आशीर्वाद दीजिए कि ये आपस में मिल जुलकर रहें और एक दूसरे के दुःख सुख में काम आएं. वो साधु महात्माओं से कहा करती थी कि ऐसा आशीर्वाद दीजिए कि इनके भीतर भी धार्मिक भावना जाग्रित हो.
समय को लेकर पांबंद थीं मां
पीएम मोदी बताते हैं कि मां हीराबा समय को लेकर काफी पाबंद थी. वो खुद भी सारा काम समय पर करती थी साथ ही हमे कहा करती थी की सारा काम समय पर किया करें. उन्होंने अपने ब्लाग में लिखा है कि मां खुद सुबह 4 बजे जग जाया करती थी और घर के सारे काम अकेले कर लिया करती थी. वही वो सुबह भजन भी गुनगुनाया करती थी.
बारिश के पानी का कुछ ऐसे करतीं थी इस्तेमाल
पीएम मोदी ने बताया अपने ब्लाग में बताया है कि मां बारिश के मौसम में घर काऔर हम सभी का काफी ध्यान रखा करती थी. दरअसल बारिश के मौसम में जब घर की छत से पानी टपकता था तो वो किसी बर्तन को जमीन पर रख दिया करती थी साथ ही वो कभी इस बात से घबराती नही थी. पीएम मोदी बताते हैं कि वो बर्तन में भरे पानी का प्रयोग आने वाले दो से तीन दिनों तक करती थीं.