Why China will not be allowed to invest in LIC IPO: नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी और भरोसेमंद बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ से विदेशी निवेश करने की अनुमति प्रदान की जा सकती है। वहीं चीन अनुमति प्रदान नहीं करने की भी योजना बना रहा है।
न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। दावे के अनुसार चीनी निवेशकों को जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में शेयर खरीदने से भारत सरकार रोकना चाहती है। माना जा रहा है कि एलआईसी में चीन का निवेश समस्या पैदा कर सकता है। जानकारी के अनुसार अभी तक इस पर कोई फाइनल निर्णय नहीं लिया गया है। पिछले कुछ समय से चीन के साथ चले भारत के विवाद के बाद व्यापार की स्थितियां भी पहले जैसे नहीं रही हैं। दोनों देशों के बीच उपजे विवाद के बाद व्यापार में कई तरह के बदलाव किए गए हैं वहीं भारत में चीन के टिकटॉक समेत कई ऐप को बैन किया गया है।
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और एलआईसी की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है न ही चीन की ओर से कोई प्रतिक्रिया दी गई है। जानकारी के अनुसार सरकार एलआईसी का आईपीओ लेकर आ जाएगी। इस आईपीओ के जरिए सरकार 5 से 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी बेचकर करीब 1 लाख करोड़ रुपए जुटाने की उम्मीद कर रही है।
एफडीआई नीति के मुताबिक बीमा क्षेत्र में स्वत: मंजूरी मार्ग के तहत 74 प्रतिशत ही विदेशी निवेश की अनुमति है पर ये नियम एलआईसी पर लागू नहीं होते हैं। मौजूदा नियम के तहत, कोई भी विदेशी निवेशक एलआईसी में निवेश नहीं कर सकता है। सरकार विदेशी निवेशकों को एलआईसी की पेशकश का 20 प्रतिशत हिस्सेदारी तक खरीदने की अनुमति देने की सोच रही है।
Also Read : Flying Car: अब आप भी कार में बैठ उड़ सकेंगे