हरी मिर्च में विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन बी 6 होता है. इसके अलावा इसमें कैप्साइसिन , कैरोटीन, क्राप्टोक्सान्थिन, लुटेन और जेक्सैन्थिन जैसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो फेफड़ों और दिल की बीमारियों से बचाते हैं. इसमें मौजूद एमिनो एसिड, फोलिक एसिड और अस्कोर्बिक एसिड होते हैं जो डाइजेस्टिव एंजाइम को बढाते हैं और इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं

इन समस्याओं में है फायदेमंद

  • मिर्ची में पाए जाने वाले कैप्सियासिन के संपर्क में आने पर ब्लड वेसल शांत हो जाती है. यह रिलैक्स महसूस करती है,इसके साथ ही इसका साइट्रिक एसिड खून को पतला करने का काम करता है जिससे हाई बीपी की समस्या कंट्रोल होती है.
  • हरी मिर्ची में आयरन भरपूर मात्रा में होता है यह ब्लड सरकुलेशन में सुधार करता है ऐसे लोगों को अपनी डाइट में हरी मिर्ची शामिल करनी चाहिए, इससे ब्लड सरकुलेशन होगा और आप एक्टिव महसूस करेंगे.
  • हरी मिर्ची में विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आई साइट बढ़ाने में काफी मददगार है.
  • हरी मिर्ची हड्डियों में सूजन और दर्द को कम करती है.जिससे ओस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों को राहत महसूस होता है. हरी मिर्च कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है जो हड्डियों को मजबूत करती है.
  • हरी मिर्च में कैप्सियासिन नाम का एक कम्पाउंड पाया जाता है जो इसे तीखा बनाता है. मिर्च खाने से खून साफ होता है और नसों में खून का फ्लो तेजी से होता है.हरी मिर्च का रेगुलर सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन को बैलेंस रखा जा सकता है.
  • हरी मिर्च एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है, हरी मिर्च में डाइटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं जिससे पाचन क्रिया सुचारू बनी रहती है.