India News UP(इंडिया न्यूज़),Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा की तैयारियां जोरों पर हैं। शुक्रवार देर रात तक परिक्रमा मार्ग को साफ-सुथरा और आकर्षक बनाने के काम चलते रहे। जगह-जगह सड़कों और चौराहों को दुरुस्त किया गया, और धूल न उड़े इसके लिए पानी का छिड़काव भी किया गया। परिक्रमा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी बस अड्डा बनाया गया है, और मठ-मंदिर भी सजाए गए हैं। इस विशेष अवसर पर बड़ी संख्या में परिक्रमार्थी अयोध्या पहुंच चुके हैं, जिससे शहर की रौनक और भी बढ़ गई है।
परिक्रमा को लेकर किए गए खास इंतजाम
इस साल चौदह कोसी परिक्रमा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। एटीएस (एंटी टेरर स्क्वाड) की निगरानी में पूरी परिक्रमा होगी, और पूरे मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह पुलिस और सुरक्षा बल तैनात रहेंगे, और प्रकाश की व्यवस्था भी की गई है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और आसानी से परिक्रमा कर सकें। इसके अलावा सीआरपीएफ, पीएसी, मजिस्ट्रेट, और पुलिस बल की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। पूरे मार्ग पर सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी।
चौदह कोसी परिक्रमा के महत्वपूर्ण पड़ावों में नयाघाट, कारसेवकपुरम, रामसेवकपुरम, कांशीराम कॉलोनी, हलकारा पुरवा, शहनवां, मौनी बाबा आश्रम, सूर्यकुंड दर्शनगर, गिरजाकुंड जनौरा, नाका हनुमानगढ़ी, सहादतगंज, गुप्तारघाट, निर्मलीकुंड, अफीमकोठी, राजघाट, चक्रतीर्थ, ऋणमोचन घाट, झुनकीघाट आदि स्थान शामिल हैं। परिक्रमा पथ के विभिन्न स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं ताकि सुरक्षा और जानकारी देने में आसानी हो।
वाहनों के लिए यातायात में बदलाव
परिक्रमा के चलते 9 और 10 नवंबर को बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों के लिए यातायात में बदलाव किए गए हैं। 9 नवंबर की दोपहर 12 बजे से 10 नवंबर की शाम 6 बजे तक हल्के और भारी वाहनों के लिए अयोध्या आने वाले मार्गों पर यातायात डायवर्जन लागू रहेगा। इस दौरान कई जिलों से आने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गों की ओर मोड़ा जाएगा ताकि अयोध्या में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यातायात में आसानी बनी रहे।
कानपुर की ओर से आने वाले भारी वाहनों को उन्नाव, मौरावां, मोहनलालगंज होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से बस्ती और गोरखपुर की ओर डायवर्ट किया जाएगा। लखनऊ में आगरा एक्सप्रेस-वे से आने वाले वाहनों को भी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से गोरखपुर और बस्ती की ओर भेजा जाएगा। सीतापुर और शाहजहांपुर की ओर से आने वाले वाहनों को दुबग्गा से शहीद पथ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की ओर मोड़ा जाएगा।
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बाराबंकी की ओर किया गया डायवर्ट
लखनऊ से अयोध्या होते हुए गोरखपुर और बस्ती जाने वाले वाहनों का डायवर्जन बाराबंकी से जरवल रोड, गोंडा, मनकापुर, हरैया होते हुए किया जाएगा। इसी प्रकार, गोंडा और बलरामपुर की ओर से आने वाले वाहनों को करनैलगंज, जरवल रोड होते हुए बाराबंकी की ओर डायवर्ट किया जाएगा। प्रयागराज और सुल्तानपुर से अयोध्या होते हुए बस्ती और गोरखपुर जाने वाले वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से अंबेडकरनगर होकर भेजा जाएगा।
अंबेडकरनगर से अयोध्या होते हुए बस्ती और गोरखपुर की ओर जाने वाले वाहनों को टांडा के कलवारी पुल से डायवर्ट किया जाएगा। रायबरेली और अमेठी की ओर से अयोध्या होते हुए बस्ती और गोरखपुर जाने वाले वाहनों को हलियापुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भेजा जाएगा। आजमगढ़ और अंबेडकरनगर से अयोध्या होकर लखनऊ जाने वाले वाहनों के लिए भी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का डायवर्जन किया गया है।
भारी वाहनों के लिए सड़क बंद
इसके अलावा, गोरखपुर और बस्ती से आने वाले भारी वाहनों को भी टांडा होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से लखनऊ भेजा जाएगा। बहराइच से बाराबंकी की ओर आने वाले वाहनों को चहलारी पुल से डायवर्ट किया जाएगा। बाराबंकी के रामनगर में मरकामऊ पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण भारी वाहनों के लिए मार्ग बंद किया गया है।
इन सभी व्यवस्थाओं का उद्देश्य अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और यातायात को सुगम बनाना है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए कड़े प्रबंध किए हैं, ताकि वे इस धार्मिक यात्रा का आनंद बिना किसी परेशानी के उठा सकें।
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