India News (इंडिया न्यूज),Kumbh Mela 2025: महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने बड़े पैमाने पर मेगा इवेंट का डिजिटलीकरण करने जा रही है। डिजिटलीकरण के साथ ही ऑनलाइन ठगी रोकने की भी व्यापक तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में साइबर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए मेला क्षेत्र में साइबर थाना शुरू किया गया है। इसके जरिए एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर लोगों को ठगना संभव नहीं हो सकेगा। खास बात यह है कि इस बार देश-विदेश से आने वाले इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश से चुनिंदा अफसरों की विशेष टीम बुलाई गई है। प्रदेश के चुनिंदा साइबर विशेषज्ञ यहां पहुंच चुके हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए 24 घंटे तैनात रहेंगे।
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महाकुंभ नगर पहुंची विशेष टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ 2025 को अब तक का सबसे भव्य और दिव्य आयोजन बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं। मेले के दौरान यहां 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिनकी सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में मेला अधिकारी प्रत्येक श्रद्धालु की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्हें साइबर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रदेश भर से चुनिंदा अफसरों की विशेष टीम महाकुंभ नगर बुलाई गई है।
44 वेबसाइट पर नजर
महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी का कहना है कि श्रद्धालुओं को फर्जी और डार्क वेबसाइट तथा सोशल मीडिया के चालाक लोगों से बचाने के लिए योजना तैयार की गई है। इसके लिए पूरे प्रदेश से अनुभवी अफसरों को यहां महाकुंभनगर बुलाया गया है। साइबर सेल के विशेषज्ञों ने आते ही अपनी पोजीशन ले ली है। सबसे खास बात यह है कि महाकुंभ में एआई, एक्स, फेसबुक और गूगल का किसी भी तरह से दुरुपयोग नहीं किया जा सकेगा। जालसाजों द्वारा तैयार किए गए लिंक के हथियारों को नष्ट किया जाएगा। महाकुंभनगर के साइबर विशेषज्ञों की टीम ने तेजी से काम करते हुए ऐसी 44 संदिग्ध वेबसाइट को अपने रडार पर ले लिया है। इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मोबाइल साइबर टीम भी सक्रिय
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरूक किया जा रहा है। उन्हें महाकुंभ मेले से जुड़ी जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। इसके साथ ही वे सरकारी वेबसाइट (जिन पर gov.in है) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा फर्जी वेबसाइट की जानकारी भी यहां के थाने को दी जा सकती है, जिस पर साइबर थाना तुरंत कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही देश-विदेश से महाकुंभ में आने वाले 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए साइबर विशेषज्ञों की टीम दिन-रात काम कर रही है। यह टीम लैपटॉप और कंप्यूटर के साथ एक जगह पर सक्रिय है, इसके अलावा उनकी मोबाइल टीम भी काम कर रही है। वे मोबाइल पर ही फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट से जुड़े बड़ी संख्या में मामलों को सुलझा रहे हैं।
सोशल मीडिया के जरिए पैसे मांगने वालों पर विशेष नजर
साइबर एक्सपर्ट एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के जरिए लोगों से पैसे मांगने वालों पर भी नजर रख रहे हैं। शिकायत मिलते ही उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। इनके अलावा फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए धोखाधड़ी करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। महाकुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु की सुरक्षा के लिए साइबर एक्सपर्ट की टीम 24 घंटे अलर्ट मोड में है।