India News (इंडिया न्यूज)Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा खुद अपराधियों को संरक्षण दे रही है और उसके खिलाफ आवाज उठाने वालों का दमन किया जा रहा है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में लोकतंत्र कमजोर हुआ है, असहिष्णुता और नफरत को खुली छूट मिली है, जबकि भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेता खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यहां तक कि उनके अश्लील वीडियो भी सामने आ रहे हैं। कुछ भाजपा नेता सेक्स रैकेट चला रहे हैं, तो कुछ सरेआम दुष्कर्म कर रहे हैं। भूमाफिया गरीबों की जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता भाषा की मर्यादा भूलकर विपक्षी नेताओं को गाली दे रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
पीलीभीत के एक मामले का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि जब एक पत्रकार ने घटिया ईंटों से निर्माण की खबर प्रकाशित की तो उसके खिलाफ फर्जी रंगदारी का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। परेशान होकर पत्रकार ने पत्नी के साथ जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। तब जाकर प्रशासन की नींद खुली। अखिलेश यादव ने पूछा कि अगर भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि लोग जहर खाने को मजबूर हैं तो आजादी के अमृत काल का जश्न क्यों मनाएं?
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से नदियों से रेत की लूट हो रही है और पहाड़ों का कटान हो रहा है। उन्होंने कहा कि बांदा में जल जीवन मिशन के तहत एक करोड़ रुपये की लागत से बनी पानी की टंकी टेस्टिंग में फेल हो गई। कई जिलों में पानी की टंकियां फट रही हैं। आगरा में यमुना नदी में अवैध खनन से गड्ढे हो गए, जिसमें नहाने गईं छह लड़कियां डूब गईं।
गाजीपुर में भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने सपा कार्यकर्ता के परिवार को पिस्तौल दिखाकर धमकाया। वहीं मौजूदा विधायक के बेटे ने भाजपा के पूर्व विधायक को घर से उठा लेने की धमकी दी।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग धर्म और राष्ट्रवाद की आड़ में अपने भ्रष्टाचार और अपराध को छुपा रहे हैं। दरअसल यही है भाजपा का असली चेहरा- अपराध, भ्रष्टाचार और अत्याचार का।
गौरतलब है कि इससे पहले भी अखिलेश यादव लगातार भाजपा सरकार पर हमला बोलते रहे हैं। वह कहते रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ सरकार में गरीबों और कमजोरों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। श्री यादव के इस बयान ने एक बार फिर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा दिया है। हालांकि भाजपा नेताओं ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।