India News UP(इंडिया न्यूज) Amethi Murder case: अमेठी के शिक्षक, उनकी पत्नी और बच्चों का रायबरेली में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शनिवार को गोलाघाट में हुए अंतिम संस्कार में कई नेता शामिल हुए। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस सख्त कार्रवाई करती तो घटना टल सकती थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। इस घटना के लिए पुलिस भी जिम्मेदार है। अगर सख्त कार्रवाई की गई होती तो पूरा परिवार खत्म नहीं होता। उन्होंने शिक्षक के परिवार से मिलकर संवेदना भी व्यक्त की।
अमेठी हत्याकांड में सामने आया है कि आरोपी युवक चंदन वर्मा के खिलाफ 18 अगस्त को छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था। उस समय पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। गुरुवार रात आरोपी ने अमेठी के शिवरतनगंज में शिक्षक, उनकी पत्नी और दो मासूम बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार को युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।
‘अगर चुनाव नहीं लड़ा तो इसका मतलब ये नहीं कि सरकार…’, मतदान के बीच CM पद को लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कह दी ये बड़ी बात
पीड़ित परिवार ने सीएम योगी से की मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अमेठी हत्याकांड के पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें मदद का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री योगी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ितों की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और मामले में रायबरेली पुलिस की भूमिका की जांच के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, पांच बीघा जमीन देने के साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी से पीड़ित परिवार की मुलाकात के दौरान ऊंचाहार से विधायक डॉ. मनोज पांडेय भी मौजूद थे। उन्होंने पहले कहा था कि मृतक शिक्षक की पत्नी से छेड़छाड़ के मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया और सिर्फ मुकदमा दर्ज किया। अगर उस समय सख्त कार्रवाई की गई होती तो हत्याकांड को रोका जा सकता था।