India News UP(इंडिया न्यूज़),Aniruddhacharya Controversy: भगवान शिव पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को भारी पड़ गया है। भगवान शिव पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद साधु-संतों में गुस्सा देखने को मिला और संतों ने एकत्रित होकर मथुरा एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। संतों के गुस्से के बाद अनिरुद्धाचार्य ने माफी मांग ली है।
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भगवान शिव को लेकर कही ऐसी बात
बता दें कि वृंदावन के प्रसिद्ध कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने भगवान शिव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसमें कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने कहा था कि भगवान कृष्ण का विवाह उज्जैन में हुआ था, इसलिए भगवान शिव कृष्ण के भाई हुए. इस आपत्तिजनक टिप्पणी के सामने आने के बाद परम ज्ञान आश्रम के संत एसपी ऑफिस पहुंचे और एसपी को ज्ञापन दिया. जिसमें इस कथा पर रोक लगाने की मांग की गई, संतों ने कहा कि सनातन संस्कृति का अपमान करने वाले तथाकथित लोगों का हर संभव विरोध किया जाएगा.
गलती तो बच्चे ही करते हैं- अनिरुद्धाचार्य
संतों का नेतृत्व कर रहे चिरंजीव अखाड़े के आनंद पुरी ने कहा कि पहले भी कुछ लोगों ने सनातन धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां की हैं। इससे हिंदू धर्म से जुड़े लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इस विरोध के सामने आते ही अनिरुद्धाचार्य ने संत समुदाय से माफी मांगते हुए कहा कि अगर संतों द्वारा जो कुछ भी कहा जा रहा है, मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है। अगर मेरी बातों से संतों की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं उन संतों के चरणों में अपना सिर रखकर कोटि-कोटि बार क्षमा मांगता हूं। हम आपके बच्चे हैं, बच्चों से ही गलतियां हो जाती हैं और अगर मेरी बातों से किसी भक्त या संत की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं उनसे कोटि-कोटि बार क्षमा मांगता हूं।
विवादित बयानों से है पुराना नाता
अनिरुद्धाचार्य के मामले में यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने कोई विवादित बयान दिया हो। इससे पहले वे माता सीता और द्रौपदी पर भी विवादित टिप्पणी कर चुके हैं। उस बयान में उन्होंने उनकी खूबसूरती को दोष बताया था।