Ax Hit the Trees for the Helipad

इंडिया न्यूज़ कानपुर

Ax Hit the Trees for the Helipad:महामहिम रामनाथ कोविंद कल कानपुर दौरे पर जाने वाले हैं। राष्ट्रपति हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार महामहिम यहां हवाई मार्ग से आने वाले हैं। जिसके लिए यूनिवर्सिटी कैंपस में 5 हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। यहां तक तो सब ठीक था लेकिन राष्ट्रपति के हेलीकॉपटर को सुरक्षित उतारने के लिए एचबीटीयू के सैंकड़ों पेड़ों की बलि ले ली गई। जिसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी रोष है। लोगों का कहना है कि अगर महामहिम सड़क मार्ग से आते तो पेड़ों को बलि का बकरा नहीं बनना पड़ता

बरगद समेत पीपल के  पेड़ों पर भी चल गई कुल्हाड़ी (Ax Hit the Trees for the Helipad )

Ax Hit the Trees for the Helipad:लोगों का कहना है कि इस दौरान बेशक विलायती बबूल के पेड़ों को काटने पर मनाही नहीं है। लेकिन यह पेड़ न सिर्फ दांंतों के लिए वरदान हैं बल्कि अन्य पेड़ों की तरह यह विलायती बबूल के पेड़ भी कार्बन कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण कर ऑक्सीजन छोड़ने का काम करते हैं। यही नहीं इससे जोड़ों के दर्द की दवा भी बनती है। विश्वविद्यालय ने यहां लगे फलदार, पीपल और बरगद के पेड़ों को भी नहीं बक्शा। पेड़ों को काटकर जड़ों को भी सीमेंट से ढक देने का कारनाम युनिवर्सिटी ने कर दिया है।

बिना अनुमति के काटे गए पेड़ (Ax Hit the Trees for the Helipad )

Ax Hit the Trees for the Helipad:कानपूर के जिला फॉरेस्ट अधिकारी अरविंद यादव का कहना है कि विलायती बबूल को काटने के लिए अनुमति के जरूरत नहीं होती। वहीं विवि के अधिकारी पेड़ काटने की अनुमति होने की बात कर रहे हैं। लेकिन पूरा मामले को दबाने के लिए यूनिवर्सिटी के अधिकारी लीपापोती करने में जुटे हुए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि एक तरफ जहां खराब हो रहे प्रयावरण और वातावरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। क्या ऐसे में मुख्यतीथि के हेलीकॉप्टर के लिए सैंकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ा देना कहां तक जायज है।