India News UP(इंडिया न्यूज़),Ayodhya News: अयोध्या तपस्वी छावनी के प्रमुख जगद्गुरु परमहंस का विवादित बयान सामने आया है। ज्ञानवापी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम संवैधानिक दायरे में रहकर इंतजार कर रहे हैं लेकिन राम मंदिर की तरह इंतजार नहीं करेंगे। जरूरत पड़ी तो कानून हाथ में लेंगे। ऐतिहासिक स्थल को फिर से स्थापित करेंगे। वह सोमवार की शाम श्रीमद्भागवत कथा में भाग लेने कूरेभार के मदनपुर पहुंचे थे।

Delhi Metro: दीवाली को लेकर मेट्रो ने की खास तैयारी, भीड़ कम करने के लिए लगाएगी अतिरिक्त फेरे

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का हवाला देते हुए जगद्गुरु परमहंस ने कहा कि देरी से मिलने वाला न्याय अन्याय के बराबर है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश भारत का ही हिस्सा है। जब से वह अलग होकर इस्लामिक राष्ट्र बना है, तब से वहां सनातनियों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। हिंसा हुई है, बलात्कार हुए हैं और सनातनियों की संख्या दिन-ब-दिन कम होती जा रही है।

यह भी एक बड़ी चेतावनी है कि अगर हमें भारतीय संस्कृति यानी वैदिक संस्कृति को बचाना है तो हमें बंटवारे से बचना होगा। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। उन्होंने संवैधानिक पद पर रहते हुए भी लोगों की जान बचाने के लिए कहा कि अगर बंटोगे तो मिट जाओगे। मतलब एकजुट रहो।

किस देश के पास है दुनिया की सबसे ताकतवर सेना? अमेरिकी मैगजीन ने कर दिया बड़ा खुलासा, भारत की रैंकिंग जान चौंक जाएंगे आप