India News UP(इंडिया न्यूज),Bahraich Violence: बहराइच हिंसा मामले में सोमवार( 21 अक्टूबर) को नया मोड़ देखने को मिला। महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने अपनी ही पार्टी के 7 कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव समेत 7 नामजद कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
एफआईआर में लगाए गए ये आरोप
एफआईआर के मुताबिक 13 अक्टूबर को भीड़ बहराइच मेडिकल कॉलेज के गेट के बाहर महाराजगंज में हुई हिंसा में मारे गए राम गोपाल का शव रखकर प्रदर्शन कर रही थी। जब वह अपने बॉडीगार्ड और अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचे तो कुछ उपद्रवियों ने नारेबाजी और गाली-गलौज शुरू कर दी। एफआईआर में कहा गया है कि इन उपद्रवियों में भाजपा नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव, भाजपा कार्यकर्ता अनुज सिंह रायकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेंद्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ला, पुंडरीक पांडेय शिक्षक, सेक्टर संयोजक सुंधाशु सिंह राणा और अज्ञात भीड़ शामिल है।
एफआईआर में कहा गया है कि शव को मोर्चरी में रखवाने के बाद जैसे ही विधायक और डीएम आगे बढ़े, उक्त लोगों ने गाड़ी रुकवाकर जान से मारने की नीयत से पथराव कर दिया। भीड़ की ओर से फायरिंग भी हुई जिससे गाड़ी का शीशा टूट गया। विधायक ने अपनी एफआईआर में कहा है कि इस घटना में उनके बेटे अखंड प्रताप सिंह बाल-बाल बच गए।विधायक ने शिकायत में दावा किया है कि सीसीटीवी फुटेज से घटना स्पष्ट है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हथियार से हमला, हत्या का प्रयास, निजी सुरक्षा को खतरे में डालना, मारपीट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
बहराइच हिंसा मामले में हुई बड़ी कार्रवाई
बहराइच हिंसा मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एएसपी ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी को हटा दिया है। एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी को बहराइच में तैनात किया गया है। एएसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी को डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। स्थानीय पुलिस की लापरवाही के कारण हिंसा भड़की थी। जल्द ही कुछ अन्य अफसरों पर भी कार्रवाई हो सकती है।