योगी आदित्यनाथ ने अटल जी की एक प्रसिद्ध कविता की पंक्तियां भी साझा की:
“स्वप्न देखा था कभी जो आज हर धड़कन में है,
एक नया भारत बनाने का इरादा मन में है।”
वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस अवसर पर अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, “नाम अटल है, काम अटल है, राष्ट्रशक्ति पर विश्वास अटल है, धर्म अटल है, धैर्य अटल है, राष्ट्रसमृद्धि का लक्ष्य अटल है।” उन्होंने अटल जी की अद्वितीय नेतृत्व क्षमता, राष्ट्र-निर्माण में उनके योगदान, और उनके द्वारा उठाए गए ऐतिहासिक कदमों—जैसे परमाणु परीक्षण, कारगिल युद्ध में साहसिक नेतृत्व, और लाहौर बस यात्रा की सराहना की।
डिप्टी सीएम ने कहा, अटल जी का जीवन संविधान और लोकतंत्र के प्रति समर्पण और राष्ट्रहित में अडिग रहने का प्रतीक था। उनकी कविताएं, जैसे “हार नहीं मानूंगा,” उनके अटल विश्वास और अडिग इच्छाशक्ति का परिचय देती हैं, जो हमें हर चुनौती में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
इस प्रकार, अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती उनके आदर्शों और योगदान को याद करने का एक अवसर है, जो हमेशा देशवासियों के दिलों में जीवित रहेंगे।