India News(इंडिया न्यूज),UP Blast: यूपी एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने मुजफ्फरनगर के खालापार में जावेद नाम के युवक को चार जिंदा बोतल टाइम बम/आईईडी के साथ गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ के लिए कई खुफिया एजेंसियों, आईबी, एटीएस और एसटीएफ की टीमों को लगाया गया है। खालापार मिमलाना रोड ललिला टीला निवासी जावेद को संदिग्ध गतिविधियों के चलते एसटीएफ ने निगरानी में रखा था। वह टाइम बम/आईईडी की 4 बोतलें सप्लाई करने के लिए इमराना नाम की महिला के संपर्क में था। इमराना मूल रूप से शामली की रहने वाली हैं और फिलहाल मुजफ्फरनगर के खालापार में रह रही हैं।

जिस तरह से जावेद के पास से टाइम बम/आईईडी बरामद हुए हैं, उससे साफ है कि वेस्ट यूपी को दहलाने की साजिश थी। इमराना की गिरफ्तारी के बाद बाकी बातों का खुलासा होगा। टीम इमराना की तलाश कर रही है। जावेद की गिरफ्तारी और टाइम बम/आईईडी की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियां और खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं।

वेस्ट यूपी में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आशंका है कि ये टाइम बम/आईईडी वेस्ट यूपी को दहलाने या किसी खास मकसद से बनाए गए थे। जावेद के अलावा वेस्ट यूपी के आतंकी और आईएसआई कनेक्शन पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं। मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में पुलिस को विशेष अलर्ट जारी किया गया है।

इमराना का ISI एजेंट से कनेक्शन!

इमराना शामली की रहने वाली हैं। एसटीएफ को इनपुट मिला है कि इमराना के संबंध हाल ही में गिरफ्तार हुए आईएसआई एजेंट तहसीम मोटा और उसके भाई कलीम से थे। दोनों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसटीएफ इस इनपुट की पुष्टि कर रही है और इमराना की तलाश की जा रही है।

बम सहित कई चीचें बनाना जानता है जावेद

एसटीएफ एसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि जावेद रेडियो मैकेनिक भी है। उन्होंने कुछ दिनों तक ई-रिक्शा बनाने का भी काम किया। पहले वह पटाखे बनाता था और फिलहाल कपड़े का काम कर रहा था।

50 हजार रुपये में टाइम बम बनाया गया

जावेद की गिरफ्तारी के बाद उससे थाने में विभिन्न एजेंसियों, आईबी और एटीएस टीम के अधिकारियों ने पूछताछ की। आरोपी से बम बनाने का तरीका पूछा गया और उसके पिछले दिनों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड खंगाले गए। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने ये टाइम बम खालापार में रहने वाली इमराना नाम की महिला के कहने पर बनाए थे। इमराना ने 10 हजार रुपये एडवांस दिए थे, बाकी 40 हजार रुपये शुक्रवार को बम की डिलीवरी पर मिलने थे। इमराना फरार है और उसकी तलाश के लिए एक टीम तैनात की गई है।

जावेद ने बताया कि इमराना पत्नी आजाद निवासी गांव बंतीखेड़ा, थाना बाबरी शामली है। वर्तमान में इमराना मुजफ्फरनगर में 198/30 काली नदी पुल के पास प्रेमपुरी कॉलोनी थाना कोतवाली में रह रही थी। जावेद का कहना है कि करीब एक महीने पहले वह इमराना के संपर्क में आया था और इमराना ने उसे बम बनाने के लिए 10 हजार रुपये एडवांस में दिए थे।

उसने कहा था कि जिस दिन चारों बम तैयार होकर मिल जायेंगे, बाकी 40 हजार रुपये दे दिये जायेंगे। यह बम किसे, कब और कहां दिए जाने थे, यह सिर्फ इमराना ही जानती है। विभिन्न एजेंसियां इमराना के मोबाइल कॉल डिटेल और लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।

इस तरह बनाया गया टाइम बम/IED

टाइम बम या आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के लिए जावेद ग्लूकोज की बोतलें लेता था। वह साइकिल के बेयरिंग से गोलियां/छर्रे नीचे रखकर उसके ऊपर पीओपी भर देता था। इसके बाद वह विस्फोटक भरता था, ऊपर से रुई लगाता था और बोतल पर विस्फोटक और सर्किट लगाकर बोतल को सील कर देता था। बोतल के ऊपर एक बैटरी और एक टाइमर रखा गया और उसके सर्किट से जोड़ा गया।

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