उत्तर प्रदेश

गौ आधारित खेती है पुण्य, साथ में बचत और सतत विकास का आधार भी, प्राकृतिक खेती की पैरवी करते हुए बोले CM योगी

India News (इंडिया न्यूज),Yogi Adityanath: हाल ही में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गो आधारित प्राकृतिक खेती की पैरवी करते हुए कहा था, इस तरह की खेती से प्रति एकड़ किसान 10 से 12 हजार रुपये बचा सकते हैं। अगर प्रदेश के अधिकांश किसान प्राकृतिक खेती करने लगें तो कितने करोड़ की बचत होगी, स्वतः अनुमान लगाया जा सकता है। इस तरह गोमाता के गर्दन और छूरे के बीच सिर्फ पुण्य ही नहीं, और भी बहुत चीजें हैं। मसलन, लागत कम होने से पैसे की बचत, गोवंश के संरक्षण व संवर्धन के साथ जल, जमीन और इंसान की सेहत में स्थाई सुधार बोनस जैसा है।

आज है साल का आखिरी शनिवार, बन रहा है बेहद पावन संयोग, ये काम किया तो 2025 में पलट जाएगी किस्मत

प्रदेश के पैसे के साथ उर्वरकों के आयात पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा भी बचेगी

उल्लेखनीय है खेतीबाड़ी का प्रमुख निवेश बीज और खाद है। उत्तर प्रदेश अपनी जरूरत का करीब आधा बीज ही पैदा कर पाता है। बाकी अन्य राज्यों, खासकर दक्षिण भारत के प्रदेशों से आता है। इस पर सरकार अच्छा खासा रकम खर्च करती है। रही उर्वरकों की बात तो भारत उर्वरकों के निर्यात पर भारी भरकम विदेशी मुद्रा खर्च करता है। केंद्र से मिले आंकड़ों के अनुसार अब भी सर्वाधिक मांग वाली करीब 15 से 20% यूरिया की आपूर्ति आयात से होती है। फास्फेटिक उर्वरकों और पोटाश के लिए भी हम आयात पर ही निर्भर हैं। चूंकि भारत कृषि प्रधान देश है, लिहाजा यहां मांग देखकर निर्यातक देश रेट भी बढ़ा देते। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-2024 में भारत ने 2127 करोड़ रुपये का यूरिया आयात किया था। बाकी आयात किए जाने वाले उर्वरक अलग से।
प्रदेश के और देश के लिए बहुमूल्य विदेशी मुद्रा बचाने का एक प्रमुख और प्रभावी जरिया हो सकता है, गो आधारित प्राकृतिक खेती। परंपरा के नाते उत्तर प्रदेश में इसकी भरपूर संभावना भी है। गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता के अनुसार प्रदेश में किसानों की संख्या 2.78 करोड़ और गोवंश की संख्या करीब दो करोड़ है। अगर हर किसान एक गाय पाले तो कई समस्याएं स्वतः हल हो जाएं। प्राकृतिक खेती के एक्सपर्ट्स के अनुसार एक गाय के गोबर और गोमूत्र को प्रसंस्कृत कर करीब चार एकड़ रकबे में खेती की जा सकती है।

गो आधारित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार के प्रयास

योगी सरकार की मंशा है कि हर गो आश्रय खुद में आत्मनिर्भर बनें। इसके लिए सरकार इन आश्रयों को गो आधारित प्राकृतिक खेती और और अन्य उत्पादों के ट्रेनिंग सेंटर के रूप में विकसित कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदित्यनाथ का शुरू से मानना रहा है कि तरक्की के लिए हमें समय के साथ कदमताल करना होगा। प्राकृतिक खेती भी इसका अपवाद नहीं। इस विधा की खेती करने वाले परंपरागत ज्ञान के साथ आधुनिक तकनीक का प्रयोग करें, इसके लिए प्रदेश में प्राकृतिक खेती के लिए सरकार विश्वविद्यालय भी खोलने जा रही है।

अधिक से अधिक किसान प्राकृतिक खेती करें, इसके लिए सरकार इस बाबत चुने गए किसानों को तीन साल आर्थिक सहयोग भी देती है। इसमें पहले दूसरे और तीसरे साल 4800, 4000, 3600 रुपये दिए जाते हैं। कैटल शेड और गोबर गैस पर मिलने वाला अनुदान अलग से। मंडल मुख्यालय स्तर पर ऐसे उत्पादकों के लिए अलग आउटलेट्स बनाए गए हैं। उत्पादों के प्रमाणीकरण भी सरकार का खासा जोर है।

प्राकृतिक उत्पादों के प्रति बढ़ रही लोगों की रुझान

जैविक उत्पाद सेहत के लिए उपयोगी हैं। कोविड 19 के बाद लोगों की सेहत को लेकर जागरूकता भी बढ़ी है। फूड हैबिट्स को लेकर शोध करने वाली तमाम संस्थाओं का पूर्वानुमान है कि अब भोजन के चुनाव में लोग क्षेत्रीय स्वाद और उत्पादों को भी तरजीह दे रहे हैं। इससे स्थानीय जैविक उत्पादों के लिए स्थानीय स्तर बड़ी संभावना बनती है। साथ ही निर्यात के भी अवसर खुल जाते हैं। इससे इन उत्पादों के दाम भी बेहतर मिलते हैं।

महाकुंभ मेले में तैनात हुआ अत्याधुनिक मल्टी डिजास्टर रिस्पांस व्हीकल, आपदाओं से निपटने में मिलेगी मजबूती

Ashish kumar Rai

Recent Posts

संभल बवाल के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े

India News (इंडिया न्यूज),UP News: जामा मस्जिद सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हुए बवाल…

2 hours ago

नक्सलियों के गढ़ में STF ने की बड़ी कार्रवाई, FIR दर्ज

India News (इंडिया न्यूज),Bihar News: गया जिले में बिहार पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई…

2 hours ago

Delhi: बारिश के बाद कोहरे का अलर्ट, सर्द हवाओं से ठिठुरन बढ़ी

India News (इंडिया न्यूज),Delhi Weather: दिल्ली में बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है।…

3 hours ago

गन्ने के खेत के नीचे दबा गौरवशाली इतिहास, यहां रुके थे भगवान श्रीकृष्ण…मिट्टी के बर्तन निकले थे

India News (इंडिया न्यूज),Sinauli: बागपत जिले के गांव सिनौली जाना हो तो रास्ता आम गांव…

4 hours ago

UP Weather: जोर पकड़ती सर्दी, पहाड़ों से आई हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन, लुढ़का पूरे प्रदेश का पारा

India News (इंडिया न्यूज),UP Weather: मौसम विभाग के अनुसार रविवार से मौसम शुष्क रहेगा। 2…

5 hours ago