India News (इंडिया न्यूज)Dharm Sansad Lucknow: यूपी की राजधानी लखनऊ में रविवार (4 मई) को विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने धर्म संसद का आयोजन किया। धर्म संसद में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने समेत कई प्रस्ताव पारित किए गए। अब धर्म संसद में पारित प्रस्तावों पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बड़ा बयान दिया है। धर्म संसद पर शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा।
एक निजी चैनल से बात करते हुए मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि ‘लखनऊ की धर्म संसद में विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने जो प्रस्ताव पारित किए हैं, वह किसी भी संगठन का अधिकार है कि वह कोई भी प्रस्ताव पारित करे। उन्होंने कहा कि समाज के हितों को ध्यान में रखते हुए और समाज में अराजकता से बचने के लिए और हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत और संघर्ष से बचने के लिए ऐसे प्रस्ताव स्वीकार्य हैं, लेकिन अगर प्रस्तावों से नफरत फैलती है, समाज में फूट पड़ती है या देश कमजोर होता है, तो हम ऐसे प्रस्ताव को खारिज करते हैं।’
शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रस्ताव पारित किया है। उन्होंने इस प्रस्ताव पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, उन्होंने अपने बयान में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान का हवाला दिया और कहा कि ये लोग आपस में तय कर लें कि भारत हिंदू राष्ट्र है या लोकतांत्रिक देश या लोकतांत्रिक देश, अगर ये तय करके कोई प्रस्ताव लाएंगे तो उस पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर के संविधान के मुताबिक भारत एक लोकतांत्रिक देश है और संविधान के तहत ही व्यवस्थाएं चलती हैं। उन्होंने दावा किया है कि भारत भविष्य में एक हजार साल तक हिंदू राष्ट्र नहीं बन सकता। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि न ही भारत मुस्लिम राष्ट्र बन सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि हर व्यक्ति को अपने धर्म के लोगों को जागरूक करने का अधिकार है।